पथ विक्रेता आत्मनिर्भर योजना
जिले को मिला इस साल आधा लक्ष्य, 20 हजार को मिला ऋण
स्ट्रीट वेंडर फिर कर सकेंगे व्यापार, मिलेगा ब्याज मुक्त लोन
कोरोना के कारण छोटे स्तर पर धंधा करने वाले दुकानदारों को बहुत नुकसान हुआ। लगभग दो महीने कारोबार नहीं चलने के कारण उनकी स्थिति खराब हो गई है। कई ऐसे हैं जिनके पास पुन: उसी धंधे को शुरू करने के लिए राशि नहीं है। सडक़ किनारे धंधा करने वाले ऐसेे व्यापारियों को इस योजना के जरिए 10 हजार रुपए का ऋण मिलेगा। इसके लिए उन्हेंं एमपी ऑनलाइन के जरिए आवेदन करना होता है। वह आवेदन बैंक जाता है। यह प्रक्रिया जिले में प्रारंभ हो गई है।
ईमानदारी से जमा किया तो मिलेगा दोगुना
इस योजना की खासियत यह है कि जिन वेंडर ने यह ऋण लिया है, यदि उसने बैंकों को एक साल के भीतर समान किस्तों में इसे चुका दिया तो अगले वर्ष दोगुना ऋण हासिल किया जा सकता है। इसके अगले साल इससे ज्यादा ब्याज मुक्त राशि प्राप्त हो सकेगी। ऐसे में यह वेंडर अपने धंधे को पुन: स्थापित कर सकते हैं। इस योजना में सडक़ किनारे धंधा करने वाले सभी छोटे वेंडर्स लाभ उठा सकते हैं। इसमें सब्जी, फल, मैकेनिक, चाय-पान विक्रेता आदि शामिल हैं।
पिछले साल था 42 हजार लक्ष्य
प्रधानमंत्री पथ विक्रेता आत्मनिर्भर (स्व-निधी) योजना के तहत पिछले साल जिले को लगभग 42 हजार प्रकरणों का लक्ष्य मिला था। इनमें से बैंकों ने लगभग 25 हजार हितग्राहियों को प्रकरणों को स्वीकृति प्रदान की थी। इस साल यह आधा कर दिया गया है। सभी नगरीय निकायों को मिलाकर यह 20 हजार 163 है। इसमें सर्वाधिक लक्ष्य नगर निगम जबलपुर को मिला है। यह 14 हजार 473 है। वही सबसे कम 137 लक्ष्य नगर परिषद भेड़ाघाट का है।
प्रधानमंत्री पथ विक्रेता आत्मनिर्भर (स्व-निधी) योजना के अंतर्गत निकायवार लक्ष्य हासिल हो गए हैं। इस वर्ष 20 हजार 163 हितग्राही योजना का लाभ उठा सकते हैं। पिछली बार करीब 25 हजार हितग्राहियों को इसका लाभ मिला था।
– दिनेश त्रिपाठी, परियोजना अधिकारी, जिला शहरी विकास अभिकरण