नगर पालिका वर्तमान में आवारा मवेशियों को पकडऩे का अभियान चला रही है। आवारा मवेशियों को पकडकऱ कांजी हाउस में डाला जा रहा है। लेकिन, कांजी हाउस में कितने मवेशियों को रखने की क्षमता है। इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जानकारी के अनुसार नगर में नगर पालिका के दो कांजी हाउस हैं, लेकिन वर्ष 2019 में बनकर तैयार हुए एक कांजी हाउस में ही सारी सुविधाएं उपलब्ध हैं। इस कांजी हाउस में लगभग 50 मवेशियों को रखने के इंतजाम किए गए थे, लेकिन इसमें भी 100 से अधिक मवेशियों को रखा गया है। जिसके कारण तिल रखने की भी जगह कांजी हाउस में नहीं बची है। बावजूद इसके लोग आवारा मवेशियों को पकडकऱ रोजाना इस कांजी हाउस में बंद करा रहे हैं। जिसके कारण कमजोर मवेशी अपनी जान गंवा रहे हैं।
अन्य गोशालाओं में शिफ्ट किया जाए
नगर पालिका की पिछले तीन महीनों से जारी कार्रवाई में अब तक तीन सौ से अधिक अवारा पशुओं को पकड़ा गया है। नीलामी के साथ इन्हें बाहर गोशालाओं मेे भेजा जा रहा है। लेकिन, इनकी संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में कांजी हाउस में बंद इन मवेशियों को ग्रामीण क्षेत्रों में बनी गोशालाओं में भेजा जाए या इन्हें अन्य जगहों पर छोड़ दिया जाए, जिससे इनकी मौत दम घुटने या भोजन के अभाव में न हो सके।
यह बात सही है कि कांजी हाउस में मवेशियों की संख्या अधिक है। लेकिन, अभी तक कांजी हाउस में एक भी मवेशी की मौत नहीं हुई है। कांजी हाउस में सभी तरह की व्यवस्थाएं कर ली गई हैं।
जयश्री चौहान, मुख्य नगरपालिका अधिकारी, सिहोरा