एएसपी गोपाल प्रसाद खांडेल ने रविवार को मीडिया के सामने ट्रैक्टर चालक हत्याकांड का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि सिद्धनगर भीटा निवासी दुर्गा प्रसाद गौड़ (20 वर्ष) से माचिस और गुटखा मांग रहे बदमाशों ने चाकू गोदकर मार डाला था। मामले में पुलिस ने बिलहरी निवासी भूपेंद्र उर्फ शानू यादव, बिलहरी निवासी गौरव उर्फ अभिषेक और स्टेट बैंक बिलहरी निवासी दुष्यंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।
ये भी पढ़ें- मामूली विवाद में युवक की हत्या बताया कि दुर्गा प्रसाद सालीवाड़ा निवासी राज खान का ट्रैक्टर चलाता था। वारदात से पहले करीब 6 बजे वह सिद्धनगर से मालिक राज खान की बाइक से रवि गौड़ और रोहित गौड़ के साथ सालीवाड़ा राज खान के पास पैसे लेने गया था। रोहित व रवि भी ट्रैक्टर ड्राइवर हैं। पैसा लेकर तीनों बाइक से घुघरी होते हुए घर लौट रहे थे। जैतपुरी गांव में 30-35 की उम्र के तीनों युवकों ने उन्हें रोक लिया। वे माचिस और गुटखा मांग रहे थे। मना करने पर बाइक सवार बदमाशों में पीछे बैठे युवक ने दुर्गा प्रसाद बैगा की जेब से जबरन गुटखा निकाल लिया। इसे लेकर कहासुनी हुई थी। विवाद के चलते दुर्गा प्रसाद और उसके दोस्त बाइक लेकर निकल गए।
दुर्गा प्रसाद दोस्तों संग आगे रास्ते में रुक गया। वह आरोपियों से बदला लेना चाहता था। जैसे ही तीनों बदमाश वहां पहुंचे, दुर्गा डंडा लेकर मारने लगा। तभी तीनों ने चाकू से दुर्गा प्रसाद बैग पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया था। उसके दोनों दोस्त रवि और रोहित जान बचाने के लिए दूर भाग गए थे। दुर्गा प्रसाद के सीने, पेट व कंधे पर चोट आई थी। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। इसके बाद तीनों बाइक से फरार हो गए थे। हत्यारों के फरार होने के बाद रोहित व रवि की सूचना पर गोराबाजार पुलिस, एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा, एएसपी गोपाल खांडेल, सीएसपी केंट भावना मरावी, एफएसएल टीम पहुंची थी। तब से तीनों आरोपियों की तलाश चल रही थी।
सीएसपी कैंट भावना मरावी ने बताया कि भूपेंद्र यादव जिला बदर का आरोपी रह चुका है। एक सप्ताह पहले ही इसके जिला बदर की अवधि समाप्त हुई थी। इसके खिलाफ कुल 11 केस हैं। हत्या के बाद तीनों बरेला की ओर से भाग गए थे। पुलिस पूछताछ में सामने आया था कि भूपेंद्र और उसके साथी जैतपुरी गांव में दिखे थे। पुलिस ने संदेह के आधार पर भूपेंद्र को पूछताछ के लिए उठाया, तो उसने दोस्तों वारदात कबूल कर ली।