विद्या-बुद्धि के लिए गणेश पूजन
भगवान गणेश को बुद्धि का देवता भी माना जाता है और जो छात्र विधिपूर्वक भगवान गणेश का पूजन करते हैं वो उनके आशीर्वाद से मेधावी बनते हैं। पंडित दीपक दीक्षित बताते हैं कि गणेशजी ज्ञान और धैर्य का आशीर्वाद भी देते हैं जिससे हम जीवन की हर परीक्षा में सफल हो सकते हैं। हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार भगवान गणेश को सभी देवताओं में प्रथम पूजनीय माना जाता है। मान्यता है कि किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत से पहले भगवान गणेश का पूजन करने से सभी परेशानियां खत्म हो जाती है, इसी कारण से उन्हें संकटमोचन और विघ्नहर्ता कहा जाता है। पंडित जनार्दन शुक्ला बताते हैं कि चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा और व्रत फलदायी होता है। हिंदू पंचाग के अनुसार हर माह में दो बार चतुर्थी का व्रत आता है और शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहा जाता है। इस दिन भगवान गणेश के पूजन से विशेष लाभ की प्राप्ति होती है। विनायक चतुर्थी के दिन भगवान गणेश पर सिंदूर अर्पित और मोदक का भोग लगाना शुभ माना जाता है।
मध्यान्ह में करें पूजा
विनायक चतुर्थी को वरद चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। वरद का अर्थ होता है भगवान से किसी भी इच्छा को पूरा करने के लिए प्रार्थना करना। माना जाता है कि जो इस दिन जो उपवास रखते हैं उन भक्तों को भगवान गणेश ज्ञान और धैर्य के साथ आशीर्वाद देते हैं। बुद्धि और धैर्य दो ऐसे गुण हैं जिनके महत्व को मानव जाति युगों से पहचान बनाए हुए है। जो इन गुणों को पाने की चाहत रखते हैं वो जीवन में प्रगति करता है। विनायक चतुर्थी का पूजन दिन के मध्य में किया जाता है जिसे हिंदू पंचाग के अनुसार मध्यान्ह कहा जाता है। ग्वारीघाट के सिद्ध गणेश मंदिर में आज सुबह से ही भक्तों की भीड़ लगी है। यहां बड़ी संख्या में आए भक्त गणेशजी का दर्शन और पूजन कर रहे हैं।