बादल और तेज हवा से गिरा पारा, गर्मी से मिली राहत
वर्तमान में पश्चिमी विदर्भ पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। मध्य महाराष्ट्र से लेकर केरल तक एक द्रोणिका बनी हुई है। । हवाओं का रुख भी दक्षिण-पूर्वी एवं दक्षिण-पश्चिमी बना हुआ है। अलग-अलग स्थानों पर बनी इन मौसम प्रणालियों के असर से ओलावृष्टि का भी असर देखने को मिल रहा है। 17 मई को एक नए पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में पहुंचने की भी संभावना बनी हुई है।इसके असर से फिर मौसम बदलेगा।