निगम कर्मी हत्याकांड का खुलासा : अनुकम्पा नियुक्ति पाना चाहती थी महिला
प्रेमी और भाई के साथ मिलकर कराई पति की हत्या, 2 गिरफ्तार
मामले की जांच कर रहे केंट थाना प्रभारी विजय तिवारी ने बताया कि कुछ समय पूर्व मनीषा की पहचान फेसबुक के जरिए छतरपुर के बेनीहार गांव निवासी खेमचंद यादव उर्फ राज से हुई। मनीषा ने उसे बताया कि उसका पति उससे 20 साल बड़ा है। इसलिए उसने पति को रास्ते से हटाने और अनुकम्पा नियुक्ति पाने के लिए हत्या की साजिश रची।
मनीषा ने पति को बताया था कि खेमचंद उसके दूर के रिश्ते का जीजा है। साजिश के तहत मनीषा ने अरविंद को फोन पर खेमचंद के शहर आने की जानकारी दी। कहा कि वह उससे मिल ले। अरविंद काम खत्म होने के बाद ऑफिस से स्टेशन गया। वहां से खेमचंद के साथ सदर गया, जहां दोनों ने शराब पी। अधिक शराब पीने के कारण अरविंद गिर गया। इसके बाद खेमचंद ने उसके सिर पर पत्थर पटक कर हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद खेमचंद ने मनीषा को हत्या की जानकारी दी और चित्रकूट एक्सप्रेस से बाहर चला गया।
ये है मामला
सरकारी कुआं निवासी अरविंद सिंह राजपूत नगर निगम के अधारताल स्थित जोन कार्यालय में काम करता था। 21 जनवरी को सदर स्थित मुर्गी मैदान में उसका शव मिला था। सिर पर पत्थर पटककर उसकी हत्या की गई थी। केंट पुलिस ने मामले में हत्या का केस दर्ज किया था।