कार्यक्रम के बाद शाम को सभी लोग नाव में सवार होकर नदी पार कर रहे थे तभी अचानक नाव एक पत्थर से टकराकर पलट गई। घटना की सूचना मिलने पर आसरअल्ली थाने, तहसीलदार और वनविभाग की टीम द्वारा फौरन रेस्क्यू शुरू किया गया और नदी में बहे 7 लोगों को सकुशल बचा लिया गया। हालांकि घटना के दूसरे दिन तक दो महिलाओं कांता येलम और शांताबाई गावडे का सुराग नहीं मिल सका है। रेस्क्यू टीम मोटर बोट की सहायता से दोनों महिलाओं की तलाश कर रही है।
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ऐसे हुआ हादसा
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक नाव को हिचकोले खाता देखकर सभी लोग घबरा गए जिससे थोड़ी देर में नाव पलट गई। इस दौरान नाव में सवार महिलाओं समेत सभी 15 लोग बहने लगे। हालांकि नाव पलटने के बावजूद कुछ लोगों ने हिम्मत नहीं हारी और तैरकर अपनी जान बचाई। इनमें लक्ष्मीपति तलांडी, लछन्ना पालदेव, आचय्या सडमेक, गोरय्या गावडे, सावित्री कल्लेम और आसम लक्ष्मी समय्या शामिल हैं। इधर पुलिस व स्थानीय प्रशासन ने मछआरों की मदद से 7 अन्य लोगों को भी बचा लिया।