पढि़ए एक ऐसी जगह के बारे में जहां 72 सालों में पहली बार लहराया तिरंगा
2018 से इस प्रतियोगिता मेंं शामिल होने के बाद आधा दर्जन राउंड की प्रतियोगिता और हुई। मध्यप्रदेश, ओडिशा के कई शहर में इन प्रतियोगिता में अपने सौंदर्य व आत्मविश्वास का परिचय देती आयशा ने अपना मुकाम बना लिया था। ग्रेंड फिनाले में उनका मुकाबला पांच प्रतिभागियों से हुआ। अपनी वाकपटुता से उसने समीक्षकों का दिल जीत लिया।तोकापाल के सुपोषण कार्यशाला में पहुंचे छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल, ने दी बस्तर को बड़ी सौगातें
आयशा स्व. अशोक व जॉयस लारेंस की पुत्री हैं। उनकी शिक्षा दीक्षा जगदलपुर में ही हुई है। उसके चयन पर परिजन व सहपाठियों ने हर्ष जताया है।Jagdalpur News से जुड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें