मिली जानकारी के मुताबिक एक ओर जहां नक्सली बैनर पोस्टर लगाकर लोकतंत्र के महापर्व चुनाव का बहिष्कार कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर एक इनामी खूंखार नक्सली कांछा भीमा आत्मसमर्पित नक्सली का मन पूरी तरह बदल चुका है इस बात का गवाह उसके द्वारा किया गया मतदान ही है।
आपको बता दे कि, कटेकल्याण थाना क्षेत्र में ही नक्सलियों ने चुनाव को विफल बनाने एवं सुरक्षा जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए बीच जंगल में आईईडी लगाया था। जिसे सर्चिंग के दौरान जवानों ने बरामद कर सफलता पूर्वक नष्ट कर दिया है। जिससे खतरा टल चुका है। चुनाव संपन्न कराने गए एक पीठासीन अधिकारी चंद्र प्रकाश ठाकुर के सीने में अचानक दर्द उठा। जिसे इलाज के लिए कटेकाल्याण के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। जहां उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं डॉक्टरों का कहना है कि, अधिकारी की मौत हार्ट अटैक की वजह से हुई है।