श्रावण शुक्ला त्रयोदशी शनिवार विक्रम संवत् 2077।
सौर श्रावण मास प्रविष्टे 17 जिल्हिजा 10 हिजरी 1441।
सूर्य— दक्षिणायण, उत्तर गोल, वर्षा ऋतुः।
त्रयोदशी तिथि रात्रि 09 बजकर 55 मिनट तक उपरांत चतुर्दशी तिथि का आरंभ
मूल नक्षत्र प्रातः 06 बजकर 48 मिनट तक उपरांत पूर्वाषाढ़ नक्षत्र का आरंभ।
वैघृति योग प्रातः 09 बजकर 23 मिनट तक उपरांत विष्कुंभ योग का आरंभ
कौलव करण पूर्वाह्न 10 बजकर 19 मिनट तक उपरांत गर करण का आरंभ।
चंद्रमा दिन-रात धनु राशि पर संचार करेगा।
अमृत काल 2 अगस्त को रात 2 बजकर 4 मिनट से 3 बजकर 40 मिनट तक।
विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 42 मिनट से दोपहर 03 बजकर 36 मिनट तक।
गोधूलि मुहूर्त शाम 06 बजकर 58 मिनट से 7 बजकर 22 मिनट तक।
ब्रह्म मुहूर्त 2 अगस्त सुबह 4 बजकर 19 मिनट से 5 बजकर 1 मिनट तक।
निशीथ काल 2 अगस्त रात 12 बजकर 6 मिनट से रात 12 बजकर 49 मिनट तक।
गुलिक काल सुबह 5 बजकर 43 मिनट से 7 बजकर 24 मिनट तक।
राहुकाल सुबह 09 बजे से 10 बजकर 30 मिनट तक।
यमगंड दोपहर 2 बजकर 8 मिनट से 3 बजकर 50 मिनट तक।
दिन का चौघडिय़ा रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- काल पहला- लाभ
दूसरा- शुभ दूसरा- उद्वेग
तीसरा- रोग तीसरा- शुभ
चौथा- उद्वेग चौथा- अमृ
पांचवां- चर पांचवां- चर
छठा- लाभ छठा- रोग
सातवां- अमृत सातवां- काल
आठवां- काल आठवां- लाभ