scriptवर्क फ्रॉम होम में 20 फीसदी अधिक सिटिंग | 20 percent more siting in work from home | Patrika News
जयपुर

वर्क फ्रॉम होम में 20 फीसदी अधिक सिटिंग

महामारी से पहले की तुलना में 20 फीसदी अधिक सिटिंग कर रहे हैं। इसकी वजह से दस में से 9 कर्मचारी स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना कर रहा है। एक दिन में आठ घंटे से अधिक बैठने वाले कर्मचारियों की संख्या में 90 फीसदी तक बढ़ोतरी हुई है।

जयपुरFeb 08, 2021 / 06:31 pm

Neeru Yadav

वर्क फ्रॉम होम में 20 फीसदी अधिक सिटिंग

वर्क फ्रॉम होम में 20 फीसदी अधिक सिटिंग

कोविड 19 के दौरान हुए वर्क फ्रॉम होम में लोग अधिक काम कर रहे हैं और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां झेल रहे हैं। यह सामने आया है हाल के ही एक सर्वे में। इसमें बताया जा रहा है कि वर्कर्स महामारी से पहले की तुलना में 20 फीसदी अधिक सिटिंग कर रहे हैं। इसकी वजह से दस में से 9 कर्मचारी स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना कर रहा है। एक दिन में आठ घंटे से अधिक बैठने वाले कर्मचारियों की संख्या में 90 फीसदी तक बढ़ोतरी हुई है। इस सर्वे का संचालन हरमन मिलर ने किया था। कार्यालय के 1000 कर्मचारियों में से 90 फीसदी ने दर्द (39.4 फीसदी), पीठ में दर्द (53.13 फीसदी), नींद में कठिनाई (44.28 प्रतिशत) जैसी बीमारियों का अनुभव किया। महामारी की शुरुआत के बाद से गले में खराश (33.83 फीसदी), सिरदर्द या आंख में खिंचाव (27.26 फीसदी) पाया या। इस वर्ष हमारा फोकस वेलनेस पर है, क्योंकि पिछले एक वर्ष ने हमारे सामान्य से जीवन में हर पहलू को बदल दिया है। अब सब कुछ न्यू नॉर्मल है। आहार, व्यायाम और पर्याप्त मात्रा में पानी पीना आपके स्वास्थ्य की कुंजी है। लेकिन वर्क फ्रॉम होम से लोगों की गतिविधियों पर असर पड़ा है। सर्वे में पता चला है कि महामारी से पहले लोग खाने की कुर्सी और कार्यालय की कुर्सी के बीच का अंतर जानते थे। आधे से अधिक लोगों का जवाब था कि वे घर पर कार्यालय की तरह फर्नीचर इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं। बल्कि आमतौर पर रसोई या भोजन कक्ष की मेज, सोफे, बिस्तर और कार से काम कर रहे हैं। महामारी की शुरुआत में लोग कहीं भी बैठे खुश थे। लेकिन जैसे जैसे दिन हफ्ते और हफ्तों से महीने बदले, लोग स्वयं को वास्तव में अस्वस्थ महसूस करने लगे। शोध में पाया गया है कि दस में से लगभग 8 कर्मचारी जो अब घर से काम कर रहे हैं। उनका मानना है कि बेहतर घर कार्यालय सेटअप होने से उन्हें अधिक उत्पादक होने में मदद मिलेगी जबकि 95 फीसदी सहमत थे कि उन्हें सुधार की आवश्यकता है, जैसे कि एर्गोनॉमिक रूप से डिजाइन की गई कुर्सी, एक अतिरिक्त मॉनिटर या घर से अधिक आरामदायक व स्वस्थ काम करने के लिए एक ऊंचाई समायोज्य डेस्क।
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