करनी होगा दिशा-निर्देशों की पालना जयपुर के सबसे बड़े आस्था स्थल शहर आराध्य गोविंद देव जी मंदिर, इस्कॉन मंदिर, अक्षरधाम मंदिर, शिला माता मंदिर, गोनेर स्थित लक्ष्मी जगदीश मंदिर, घाट के बालाजी मंदिर सहित अन्य बड़े और छोटे मंदिरों में मंगला और शयन झांकी में भक्तों ने कोरोना के दिशा-निर्देशों की पालना के साथ दर्शन किए। पहले रात्रिकालीन कफ्र्यू के चलते भक्तों को मंगला और शयन झांकी में दर्शन करने की इजाजत नहीं थी। गोविंददेवजी मंदिर में मंगला झांकी का समय सुबह 5 से 5.15 बजे और शयन झांकी का रात 8 से रात 8.15 बजे तक रहेगा। मोतीडूंगरी गणेश मंदिर सुबह 6 से शाम आठ बजे और हर बुधवार को सुबह 6 से रात 9.30 बजे तक खुलेगा। आमेर स्थित शिला माता मंदिर अब सुबह छह बजे से व शाम चार से आठ बजे तक खुलेगा।
इन पर रहेगी रोक
सभी मंदिरों में अग्रिम आदेश तक फि लहाल भक्तों को फूल व प्रसाद आदि चढ़ाना निषेध रहेगा। इसके साथ ही चरणामृत भी नहीं दिया जाएगा। मंदिर परिक्रमा भी बंद रहेगी। आरती के समय भक्तों को इकट्टा होने नहीं दिया जाएगा। मंदिर प्रबंधनों ने राज्य सरकार से मांग की है कि धीरे-धीरे इस व्यवस्था को भी सुचारू किया जाए, ताकि भक्तों की यह इच्छा भी पूरी हो।