भाद्रपद कृष्णा पंचमी शनिवार विक्रम संवत् 2077।
सौर श्रावण मास प्रविष्टे 24, जिल्काद 17, हिजरी 1441 ।
सूर्य दक्षिणायण, उत्तर गोल, वर्षा ऋतुः।
पंचमी तिथि अगले दिन तड़के 04 बजकर 19 मिनट तक उपरांत षष्ठी तिथि का आरंभ।
उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र सायं 04 बजकर 12 मिनट तक उपरांत रेवती नक्षत्र का आरंभ
सुकर्मा योग प्रातः 05 बजकर 55 मिनट तक उपरांत धृतिमान योग का आरंभ।
कौलव करण अपराह्न 03 बजकर 13 मिनट तक उपरांत गर करण का आरंभ।
चन्द्रमा दिन रात मीन राशि पर संचार करेगा।
अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजे से 12 बजकर 53 मिनट तक।
विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 40 मिनट से 03 बजकर 33 मिनट तक रहेगा।
निशीथ काल मध्यरात्रि 12 बजकर 05 मिनट से 12 बजकर 48 मिनट तक।
गोधूलि मुहूर्त शाम 06 बजकर 53 मिनट से 07 बजकर 17 मिनट तक।
अमृत काल सुबह के 10 बजकर 52 मिनट से 12 बजकर 39 मिनट तक।
ब्रह्म मुहूर्त अगले दिन सुबह 4 बजकर 22 मिनट से 5 बजकर 4 मिनट तक।
गुलिक काल सुबह 06 बजे से 7 बजकर 30 मिनट तक रहेगा।
राहुकाल सुबह 9 बजे से 10 बजकर 30 मिनट तक।
यमगंड दोपहर 01 बजकर 30 मिनट से 03 बजकर 30 मिनट तक रहेगा।
काल —05:42 – 07:19— खेती—किसानी, मशीन संबंधी कार्य
शुभ— 07:19 – 08:55— ट्यूशन, कोचिंग, धार्मिक कार्य
रोग— 08:55 – 10:31— प्रतियोगिता, कोर्ट—कचहरी के काम
उद्वेग— 10:31 – 12:08— सरकारी कार्य
चर— 12:08 – 13:44— कला—संस्कृति, यात्रा
लाभ — 13:44 – 15:20— ट्यूशन, कोचिंग, नया व्यवसाय
अमृत— 15:20 – 16:57— डेयरी, सभी प्रकार के कार्य
काल — 16:57 – 18:33— खेती—किसानी, मशीन संबंधी कार्य
लाभ —18:33 – 19:57— ट्यूशन, कोचिंग, नया व्यवसाय
उद्वेग— 19:57 – 21:21— सरकारी कार्य
शुभ— 21:21 – 22:44— ट्यूशन, कोचिंग, धार्मिक कार्य
अमृत— 22:44 – 24:08— डेयरी, सभी प्रकार के कार्य