इस दौरान पूरे एक महीने भगवान सालिगराम का पूजन, दान-पुण्य, विभिन्न कथाओं का श्रवण करना विशेष फ लदायी माना गया है। शारदीय नवरात्र से पहले अधिकमास में आटोमोबाइल से लेकर इलेक्ट्रॉनिक सामान, प्रापर्टी खरीदी के लिए योग संयोग भी देखने को मिलेंगे। इसमें सवार्थसिद्धि व रवियोग सहित अन्य योग विशेष रहेंगे।
यह कार्य नहीं होंगे:
मांगलिक कार्य, गृह प्रवेश, नींव मुहूर्त, मुंडन संस्कार, सगाई समारोह आदि कार्य इस मास में नहीं होंगे। अधिकमास का समापन 16 अक्टूबर तक होगा। 19 साल बाद आश्विन अधिकमास आने से शारदीय नवरात्र एक महीने बाद 17 अक्टूबर से शुरू होंगे।
यह है अधिकमास:
पंडित दामोदर प्रसाद शर्मा ने बताया कि हिंदू पंचांग के मुताबिक मलमास या अधिकमास का आधार सूर्य, चंद्रमा की चाल से है। सौर वर्ष 365 दिन और करीब 6 घंटे का होता है। वहीं चांद्र वर्ष 354 दिनों का माना गया है। इन दोनों वर्षों के बीच 11 दिनों का अंतर तीन साल में एक महीने के बराबर होता है। इसी अंतर को दूर करने के लिए हर तीन साल में एक चांद्रमास अधिकमास बनता है।
कौनसे दिन खास योग में क्या खरीदें:
– 18 सितंबर-कुमार योग- सुबह 7 बजे से दोपहर 12.51 बजे तक दोपहिया वाहन, वस्त्र और इलेक्ट्रॉनिक सामान
– 20 सितंबर-रवियोग -दिनभर वाहन, स्वर्ण और कपड़े
– 21 सितंबर- कुमार योग- सूर्योदय से रात 8.49 बजे तक-इलेक्ट्रॉनिक सामान, फर्नीचर
– 22 सितंबर-रवियोग- शाम को 7.18 तक-इलेक्ट्रॉनिक सामान, वस्त्र
– 25 सितंबर-रवियोग दिनभर-चौपहिया वाहन, स्वर्ण और फ र्नीचर
– 26 सितंबर-रवियोग-शाम 7.26 तक-प्रापर्टी और वस्त्र
– 27 सितंबर-रवियोग-रात 8.50 तक चौपहिया वाहन, ज्वैलरी खरीद
– 30 सितंबर-रवियोग-संपूर्ण दिन-वस्त्र
– 2 अक्टूबर-सर्वार्थसिद्धि योग, अमृतसिद्धि योग, सारे वाहन, ज्वैलरी
– 4 अक्टूबर-सर्वार्थसिद्धि और राजयोग-सुबह 11.52 इसके बाद राजयोग रहेगा। वाहन, प्रापर्टी, वस्त्र और फ र्नीचर
– 6 अक्टूबर-सर्वार्थसिद्धि, कुमार योग- सूर्योदय से 5.54 इसके बाद कुमार योग-वाहन, इलेक्ट्रॉनिक सामान, प्रापर्टी
– 7 अक्टूबर-सर्वार्थसिद्धि योग-संपूर्ण दिन-वाहन, इलेक्ट्रॉनिक, ज्वैलरी
– 8 अक्टूबर-रवियोग-रात 10.50 बजे तक-वस्त्र, प्रापर्टी
– 11 अक्टूबर-सर्वार्थसिद्धि, रवि पुष्य योग, वाहन, प्रापर्टी और वस्त्र
– 14 अक्टूबर- राजयोग- सुबह 11.52.वस्त्र, प्रापर्टी और वाहन।