सरकार ने क्यों यू टर्न लिया—भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने कहा कि जिस तरह से इस पूरे मामले में शिथिलता बरती, सरकार और पुलिस ने जो यू-टर्न लिया, वह आश्चर्यजनक है। उन्होंने कहा कि सरकार के नुमाइंदे दुष्कर्म के मुआवजे के रूप में 3.50लाख रुपए देने जाते हैं, ऐसा लगता है कि सरकार सच को छुपाने के लिए 100 झूठ बोल रही है, कुछ मिटाने की कोशिश की है, दाल में कुछ काला जरूर है और सरकार अपराधियों को बचाने में लगी है।
बीजेपी के तेवर नहीं हो रहे कम— अलवर मामले में जैसे ही एक मूक बधिर बालिका के साथ दरिंदगी का खुलासा हुआ था, बीजेपी ने हमलावरों को पकड़ने और इसकी जांच सीबीआई को देने की मांग शुरू कर दी थी। बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने गहलोत सरकार से मांग की थी कि वे इस मामले की गंभीरता को देखते हुए इसे सीबीआई को सौंप दें। उन्होंने ये आरोप भी लगाया था कि गहलोत सरकार की पुलिस इस मामले में यू टर्न ले रही हैं, इसलिए हमें इनकी जांच पर भरोसा नहीं है। इसके बाद सीएम अशोक गहलोत ने सीबीआई को ये मामला सौंपने की घोषणा कर दी थी और केन्द्र सरकार को इसका पत्र भी भेज दिया था। इसके बाद पूनिया ने एक बयान और जारी कर ये भी संदेह जताया था कि राज्य सरकार इस प्रकरण में सीबीआई को पूरा सहयोग करेगी क्या।