राजमंदिर सिनेमाघर में शनिवार को सोशल मीडिया वालंटियर मीट में शाह ने सोशल मीडिया पर संदेशों के प्रसार और प्रभाव के कई उदाहरण भी बताए। उन्होंने कहा, कर्नाटक चुनाव में भाजपा का अच्छा प्रदर्शन था, लेकिन सोशल मीडिया से कार्यकर्ताओं में निराशा का भाव आ गया। सोशल मीडिया में कार्टून आदि बना कार्यकर्ताओं को निराशा के भाव से निकाला जा सकता है। शाह ने कहा, सरकार ने देश में करीब 22 करोड़ लोगों को विभिन्न योजनाओं से लाभांवित किया, पर उन्हें लगता है यह लाभ उन्हें पटवारी ने दिया।
कार्यकर्ताओं में स्फूर्ति के लिए शाह ने कहा कि राजस्थान में जीत तय है लेकिन यह जीत तब है, जब हम पुराने नतीजों से ज्यादा सीट जीतें। पिछली बार भाजपा ने राज्य में 161 सीट जीतीं थी। इस बार हम 163 सीटों पर जीतें तो ही जीत मानना।
देश-दुनिया में विख्यात राजमंदिर सिनेमा हॉल का रूप शनिवार को बदला-बदला नजर आया।
हॉल पर जहां फिल्म का पोस्टर लगता था, वहां अमित शाह का मुस्कुराता फोटो लगा था। फिल्म के नाम की जगह भाजपा की बैठक लिखा था।
सिनेमा हॉल के बाहर नमो टी स्टाल आकर्षण का केंद्र रहा। यहां कार्यकर्ता चाय-नाश्ता करते रहे।
हॉल में शुक्रवार को ही फिल्म ‘धडक़’ लगी थी, दर्शकों को शनिवार को निराश ही लौटना पड़ा।
पांच बत्ती स्थित राजमंदिर सिनेमा पर्यटन स्थल की तरह है। देश के अन्य राज्यों व शहरों से गुलाबीनगर आने वाले सैलानियों की ख्वाहिश यहां फिल्म देखने की रहती है। इस सिंगल स्क्रीन सिनेमा हॉल का आर्किटेक्ट, इंटीरियर और एक्सटीरियर आकर्षण का केंद्र है। यह मेरैंग-शेप ऑडिटोरियम 1 जून 1976 को धर्मेन्द्र और हेमा मालिनी अभिनीत फिल्म ‘चरस’ से शुरू हुआ था। बॉलीवुड की बहुत-सी फिल्मों ने इस सिनेमा हॉल में सिल्वर जुबली की है।