आंशिक सूर्य ग्रहण सुबह अलग-अलग समयानुसार प्रात: 8 बजे से 12 बजे मध्य दिखाई देगा। राजधानी जयपुर में सूर्यग्रहण 8.13 बजे से शुरू होकर 10.56 बजकर समाप्त होगा। इसका मध्य काल 9.28 बजे होगा। यहां 61 प्रतिशत सूर्यबिंब काला दिखाई देगा। 25 दिसंबर रात आठ बजे सूतक लग जाएगा। वहीं अमावस्या पर ग्रहण के दिन भजन, कीर्तन और दान का बड़ा महत्व बताया है। इस महीने और अगले महीने कई व्रत और त्यौहार भी आएंगे।
यह है सूर्यग्रहण ज्योतिषाचार्य पं.दामोदर प्रसाद शर्मा के मुताबिक पृथ्वी सूरज की परिक्रमा करती है और चांद पृथ्वी की। इस बीच चांद और सूरज धरती के बीच में आता है। इससे सूरज की कुछ या पूरी रोशनी धरती पर आने से रुक जाती है। धरती पर अंधेरा फैल जाता है इस घटना को सूर्यग्रहण कहा जाता है।
आज उत्पन्ना एकादशी का व्रत मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की उत्पन्ना एकादशी/ वैतरणी एकादशी शुक्रवार को है। शास्त्रानुसार इस एकादशी को सर्व फलदायनी एकादशी बताया गया है। क्योंकि एकादशी व्रत करने की शुरुआत मार्गशीर्ष माह में इसी तिथि से हुई। इस दिन श्रद्धालु व्रत रखकर भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करेंगे। इस मौके पर भगवान का विशेष शृंगार होने के साथ ही महिलाएं व्रत की कथा सुनेगी।
आगामी त्यौहार 23 को गौड़ उत्पन्ना एकादशी, 24 को रवि प्रदोष व्रत, 25 को मासिक शिवरात्रि, 26 को दर्शअमावस्या, 30 नवंबर को विनायक चतुर्थी, आठ दिसंबर को मोक्षदा एकादशी, 12 को मार्गशीर्ष पूर्णिमा व्रत, 15 को संकष्टी चतुर्थी, 16 को धनु सक्रांति, 22 को सफला एकादशी, 26 को पौष अमावस्या और सूर्यग्रहण रहेगा।