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जयपुर

‘पुनर्भव‘ में इजिप्ट के राजा तुतेनखामुन के मकबरे के रहस्य

इजिप्ट के फिरौन यानी राजाओं का जीवन कितना आलीशान हुआ करता था, इसकी जानकारी सम्पूर्ण विश्व को तब पता चली जब सन् 1922 से 1927 के मध्य ब्रिटेन के आर्कियोलोजिस्ट, हावर्ड कार्टर ने तुतेनखामुन का मकबरा को ढूंढ़ निकाला और इसमें मिली वस्तुओं और कलाकृतियों को सबके समक्ष पेश किया।

जयपुरOct 16, 2019 / 06:20 pm

Kamlesh Sharma

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जयपुर। इजिप्ट के फिरौन यानी राजाओं का जीवन कितना आलीशान हुआ करता था, इसकी जानकारी सम्पूर्ण विश्व को तब पता चली जब सन् 1922 से 1927 के मध्य ब्रिटेन के आर्कियोलोजिस्ट, हावर्ड कार्टर ने तुतेनखामुन का मकबरा को ढूंढ़ निकाला और इसमें मिली वस्तुओं और कलाकृतियों को सबके समक्ष पेश किया। तुतेनखामुन 10 वर्ष की आयु में राजा बना था और सन् 1324 बीसी में 19 वर्ष की आयु में उसकी मृत्यु हो गई थी।
अब ये वस्तुएं काहिरा के संग्रहालय में रखी हुई हैं। इससे प्रेरणा ले कर इजिप्ट के डॉं. मोहम्मद मोस्तफा अल अजेबी ने इन वस्तुओं की रेप्लिका बनाई और इन्हें विश्वभर में प्रदर्शित करवाया ताकि लोग इन वस्तुओं की वास्तविकता से अवगत हो सके। ये सभी रेप्लिका अपनी मूल आर्टीफेक्ट्स के समान गोल्ड प्लेटेड हैं, जो दर्शकों को उस दौर की अनोखी दुनिया का अहसास कराती है। जैसे कि सोने से निर्मित तुतेनखामुन का मास्क, उसका ताबुत, उनके देवताओं जैसे होरास की सोने की प्रतिमाएं, साथी, मंत्री, सेवकों एवं पहरेदारों की प्रतिमाएं, रथ, केनोपिक जार, जिनमें राजा के विभिन्न अंगों को केमिकल में रखा गया, अनुबिस अथवा गॉड ऑफ अंडरवर्ल्ड आदि।
मकबरे से मिली कलाकृतियां की रेप्लिका और डिजिटल प्रिन्ट-
जेकेके के अतिरिक्त महानिदेशक (तकनीकी) फुरकान खान ने बताया कि इन्हीं कलाकृतियों को क्यूरेट करते हुए बीकानेर के मनीष शर्मा ने जवाहर कला केन्द्र में चल रहे 10-दिवसीय ‘लोकरंग‘ के तहत सुदर्शन आर्ट गैलेरीज् में ‘पुनर्भव‘ प्रदर्शनी लगाई है। इस प्रदर्शनी में तुतेनखामुुन की मकबरे से मिली कलाकृतियां की रेप्लिका और डिजिटल प्रिन्ट प्रदर्शित किए जा रहे हैं। इन कलाकृतियां और उससे जुडे रहस्यों को समझने बड़ी संख्या में रिसर्चर्स और आर्ट्स स्टूडेंटस् प्रतिदिन एक्जीबिशन देखने आ रहे हैं। इनमें से कुछ कलाकृतियां लकड़ी और फाइबर से बनाई गई हैं जिन्हें गोल्डन कलर से सुसज्जित किया गया है।
20 अक्टूबर तक
जेकेके के कन्टेम्पररी एवं सुरेख आर्ट गैलेरीज् में भी विभिन्न प्रदर्शनियां लगाई जा रही हैं। इन एक्जीबिशंस में विभिन्न कलाकारों द्वारा अपने विचारों, भावों एवं संवेदनाओं को कलात्मकता एवं रचनात्मकता के साथ प्रस्तुत किया जा रहा है। ‘लोकरंग‘ के दौरान 20 अक्टूबर तक रोजाना प्रातः 11 से सायं 7 बजे तक इन एक्जीबिशन में विजिटर्स विजुअल आर्ट के अभिनव कला स्वरूप देखने को मिला रहा है। आगुन्तक के लिए प्रदर्शनी में प्रवेश निःशुल्क है।
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