दरअसल सोमवार रात झालावाड़ के पिडावा में इमरान, खालिद, मजला और अनवर नाम के युवकों ने हंगामा कर दिया। जिले के एक व्यापारी रिषीराज बंसल की गोली मारकर हत्या कर दी। रिषी और उसके साथियों पर इमरान और उसके साथियों ने गोलियां चलाई। इसके बाद एक गोली रिषी के सीने में लगी और अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई। फायरिंग के बाद सभी वहां से फरार हो गए। पुलिस का कहना है कि इमरान आदतन अपराधी है। उसने कुछ समय पहले अपने चाचा की हत्या कर दी थी। सात महीने पहले ही वह जेल से बाहर आया था।
एसपी राममूर्ति जोशी ने बताया कि पिड़ावा निवासी विजय शर्मा, बबलू लुहार, संदीप सोलंकी तीनों का सोमवार को जन्मदिन था। पिड़ावा-सोयत मार्ग पर एक निजी रिसोर्ट के सामने ही मार्ग पर तीनों दोस्त अपने 10-15 साथियों के साथ जन्मदिन मना रहे थे। इस दौरान पार्टी में गाना बजाना और आतिशबाजी चल रहा था। यह बात सड़क से 200 मीटर दूर रहने वाले मीरपुर निवासी इमरान व उसके साथियों को पसंद नहीं आई। इमरान व एक अन्य साथी आए और पार्टी बंद करने की बात करने लगे। इस दौरान दोनों पक्षों क बीच कहासुनी हो गई। उस समय तो दोनों चले गए, लेकिन बाद में इमरान अपने कुछ साथियों को लेकर फायरिंग करता हुआ आया। अन्य लोग तो फायरिंग होने से इधर-उधर छिप गए, लेकिन पिड़ावा निवासी व्यापारी ऋषि जिंदल उसके सामने आ गया और इमरान ने उसके सीने पर बंदूक रखकर ट्रिगर दबा दिया। डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
उधर इस घटना के बाद प्रत्यक्षदर्शियों और रिषी के साथियों का कहना है कि जन्मदिन मनाने के साथ ही हम लोग कश्मीर में हुए बड़े बदलावा को लेकर खुशियां मना रहे थे। इसी कारण आतिशबाजी भी कर रहे थे। लेकिन इमरान और कुछ अन्य को यह अच्छा नहीं लगा। वे आकर धमकाने लगे और बाद में गोलियां चला दी। उधर इस घटना के बाद मंगलवार को बाजार बंद रहे। स्कूल बंद रहे और संगठन से जुड़े पदाधिकारियों ने हत्यारों को जल्द पकडने की मांग कर थाने का घेराव किया।