गौरतलब है कि 93 वर्षीया सुब्बाराव हृदय संबंधी बीमारी के कारण पिछले कुछ दिनों से एसएमएस अस्पताल के आईसीयू में भर्ती हैं।
दरअसल, सुब्बाराव और गहलोत का नाता बेहद ख़ास और बहुत पुराना है। गहलोत उन्हें ‘भाईजी’ कहकर पुकारते हैं। मुख्यमंत्री ये भी बताते हैं कि जब वे महज़ 12 साल के थे तब से ही वे सुब्बाराव के शिविर में भाग लेने जाया करते थे।
यही वजह है कि सत्ता में आने के बाद भी गहलोत ने सुब्बाराव से जयपुर में ही रहकर प्रदेश के युवाओं को जागरूक करने की मुहिम चलाने का आग्रह किया था।