तीन ऑडियो वायरल दरअसल, गुरुवार को एक केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस विधायक के बीच बातचीत की तीन कथित ऑडियो ज़बरदस्त तरीके से वायरल हुईं। इस ऑडियो के ज़रिये दावा किया जा रहा है कि इसमें कांग्रेस सरकार को गिराने की चर्चा चल रही है। दावा ये भी किया गया है कि ऑडियो में जो आवाज है वो एक केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के विधायक की बीच की है। इसमें एक व्यक्ति और है जो कुछ और विधायकों को साथ लेने की बात कह रहा है।
सरकार के घुटने टिकाने की बात… आडियो में सरकार के घुटने टिकाने की बात की जा रही है। साथ ही होटल में आठ दस दिन रुकने की बात भी की जा रही है। बातचीत के अनुसार विधायक कहते सुनाई पड़ रहे हैं कि राज बाड़े में लंबे समय तक नहीं रह सकता। जैसे ही यह छोड़ेंगे, लोग अपने पास आ जाएंगे। वरिष्ठता का पूरा ध्यान रखने की बात भी कही जा रही है।
इधर, ऑडियो वायरल होने के फ़ौरन बाद कटघरे में आये कांग्रेस के वरिष्ठतम विधायक पंडित भंवर लाल शर्मा ने एक वीडियो जारी कर अपनी सफाई दी। उन्होंने ऑडियो में अपनी आवाज़ नहीं होने का दावा करते हुए इसे फर्जी करार दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री के ओएसडी पर आरोप लगाते हुए बदनाम करने की नीयत से फर्जी ऑडियो वायरल करने की बात कही है।
एक्शन में एसओजी
तीन ऑडियो बाजार में वायरल हो गए हैं या फिर उनको वायरल किया गया है? इस बारे में वैसे तो कोई कुछ कहने को तैयार नहीं है, लेकिन जिस संजय जैन का जिक्र इन ऑडियो में हो रहा है संभवत: उनको एसओजी ने देर शाम हिरासत में ले लिया है। देर रात तक पूछताछ करने के बाद छोड़ने की भी चर्चा है और आज दोपहर तक उनको फिर से वापस बुलाया जाना है।
क्योंकि मामला बेहद गंभीर है इस कारण इसे एसओजी के सिर्फ तीन अफसरों के सामने ही रखा गया है। यानि संजय से जो पूछताछ की गई है उस बारे में सिर्फ तीन अफसर ही जानते हैं। इनके अलावा किसी को भी इस बारे में जानकारी नहीं दी जा रही है।
एसओजी अफसरों का कहना है कि पूरे मामले की सत्यता जांचने के बाद या तो नया केस दर्ज किया जाएगा या फिर पुराने चल रहे केस में ही इसे जांच में लिया जाएगा। संभव रहा तो वॉयस टेस्ट भी किए जा सकते हैं।
उधर जो संजय जैन हिरासत में लिए गए हैं वे बीकानेर के मूल रुप से रहने वाले हैं और जयपुर में इन दिनों रह रहे हैं। वे आडत के बड़े कारोबारी बताए जा रहे हैं। गौरतलब है कि इससे पहले जिन दो लोगों भरत मोलानी और अशोक सिंह को जेल भेजा गया है दोनो भी बड़े कारोबारी हैं और हवाला एवं सट्टे के कारोबार से भी संबध रखते हैं। अब देखना यह है कि इन कथित संजय जैन का किन भाजपा या कांग्रेस नेताओं से कनेक्शन है। फिलहाल सरकार और एसओजी दोनो ही इस मामले में पत्ते नहीं खोल रहीं हैं।