बारिश के दौरान लोग पार्टी, पिकनिक करने के लिए झरनों, नदी-तालाब जैसी जगह पर जाते हैं। कई बार किसी डेम पर चले जाते हैं। इसके बाद शुरू होता है सेल्फी लेने का दौर। यंगस्टर्स कई बार तेज बहाव के बीच में या पास में जाकर सेल्फी लेने लगते हैं। उनका ये कदम तब गलत साबित हो जाता है, जब वे खुद या उनका कोई साथी हादसे का शिकार हो जाता है। बारिश के दौरान ऐसी जगह पर ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत होती है। यहां के पत्थर बारिश के समय में ज्यादा चिकने हो जाते हैं, जिससे फिसलने का डर बना रहता है। इसलिए सेल्फी के चक्कर में डेयरडेविल्स ना बनें और इनसे दूर ही रहें।
बारिश के दौरान आम तौर छोटी पुलिया और नालों पर से बह रहे पानी के ऊपर से लोग अपने वाहनों को ले जाते हैं। इन पुलियाओं और नालों के ऊपर से बह रहे पानी को तब क्रॉस ना करें, जब या तो तेज बारिश हो रही हो या बहाव तेज हो। खास तौर पर दोपहिया वाहन इन तेज बहाव से लेकर ना गुजरें। ऐसा करने से भले ही आपको गंतव्य पर जाने के लिए लंबा रास्ता लेना पड़ सकता है। लेकिन आपकी जान को किसी प्रकार का खतरा नहीं रहेगा। कई बार लोग जल्दबाजी करते हुए तेज बहाव के बीच से अपनी बाइक को निकालने की कोशिश करते हैं…बहाव के तेज होने के कारण उनकी बाइक डिस-बैलेंस हो जाती है और उनकी जान भी चली जाती है। इसलिए ऐसे बहाव में ना जाएं और ना ही किसी को जाने दें।
बारिश के दौरान अधिकांश सड़क हादसे लो-विजिबिलिटी के कारण होते हैं। इसलिए बारिश में वाहन चलाते समय वाहन तेज गति से ना चलाएं। धीमी गति से वाहन चलाने के कारण ना सिर्फ आपकी बल्कि आपके आस-पास के लोगों की जान भी बच सकती है।
बरसात के दौरान बिजली के तारों के साथ ही कई बार खंभों से भी करंट प्रवाहित होने लगता है। इसलिए घर के आस-पास या सड़क पर पैदल चलते समय बिजली के खंभों से दूरी बनाकर चलें। बारिश के समय में कई बिजली के खंभे अपने आस-पास के एरिया में करंट प्रवाहित कर रहे होते हैं। साथ ही कई बार तेज बारिश के कारण ये खंभे गिर भी जाते हैं और इनके तारों में बिजली की सप्लाई चालू होती है। इन बिजली के खंभों से दूरी बनाकर हादसे का शिकार होने से बचा जा सकता है।