scriptमुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बड़ा फैसला, अब प्रदेश के सभी शहरी क्षेत्रों में अनिवार्य होगा ये काम | Big decision of Ashok Gehlot, Compulsory to wear masks in urban areas | Patrika News
जयपुर

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बड़ा फैसला, अब प्रदेश के सभी शहरी क्षेत्रों में अनिवार्य होगा ये काम

गहलोत ने गुरूवार को हुई समीक्षा बैठक में इस बारे में निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने भीलवाड़ा मॉडल को अपनाकर जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, चूरू, टोंक, झुंझुनूं, बांसवाड़ा इत्यादि जिलों में स्थिति को नियंत्रित करने के निर्देश दिए…

जयपुरApr 09, 2020 / 07:12 pm

dinesh

ashok gehlot

भाजपा का छद्म और हमारा है असली राष्ट्रवादीः गहलोत

जयपुर। राजस्थान में लगातार कोरोना संक्रमितों के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बड़ा फैसला लिया है। मुख्यमंत्री गहलोत ने प्रदेश के सभी शहरी क्षेत्रों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है। गहलोत ने गुरूवार को हुई समीक्षा बैठक में इस बारे में निर्देश दिए हैं। गहलोत ने समीक्षा के दौरान निर्देश दिए कि प्रदेश के सभी नगरीय क्षेत्रों और मण्डियों में मास्क पहनना अनिवार्य होगा। अब राज्य के सभी 196 नगरीय क्षेत्रों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। इसी के साथ जयपुर में भट्टा बस्ती, अमृतपुरी, खो-नागोरियान, मोती डूंगरी रोड क्षेत्र, जहां घनी आबादी है, वहां रामगंज की तरह ही स्क्रीनिंग, टेस्टिंग सहित अन्य व्यवस्थाएं सुनिश्चित करवाने के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कोरोना को हराने की मुहिम में जनता से सहयोग की अपील की है।

इसी के साथ मुख्यमंत्री ने कहा कि भीलवाड़ा मॉडल लागू कर स्थिति को नियंत्रित किया जाए। जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, चूरू, टोंक, झुंझुनूं, बांसवाड़ा इत्यादि जिलों के लिए भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि लोगों की जीवन की रक्षा के लिए जुटे स्वास्थ्यकर्मियों का पूरा सहयोग करें। बैठक के दौरान रामगंज में क्लस्टर सैंपलिंग और क्वारंटाइन सेंटरों में सुविधाओं के निर्देश भी दिए गए। जयपुर में टी रविकांत को नोडल अधिकारी बनाया गया है।
समीक्षा के दौरान जयपुर शहर में कोरोना संक्रमण के हॉट स्पॉट्स में प्रभावी ऑनलाइन मॉनिटरिंग के लिए कैमरे लगाकर निगरानी करने, लोगों की आवाजाही पर पूरी नजर रखने के निर्देश भी दिए हैं। चारदीवारी में यह प्रयोग सफल होने पर प्रदेश के अन्य जिलों में भी इस तरह की व्यवस्था की जा सकती है। ड्रोन कैमरों का उपयोग कर मॉनिटरिंग को अधिक प्रभावी बनाया जाए। सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने वालों पर भी कार्रवाई की जाए। कर्फ्यू वाले क्षेत्र से कर्मचारी सहित कोई भी व्यक्ति अंदर या बाहर नहीं जाए।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो