जांच के लिए भेजे सैंपल
पशुपालन विभाग की टीम ने कौवों के सैंपल लिए हैं और जांच के लिए भोपाल भेज दिया है, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति का पता चल पाएगा। जानकारी के अनुसार जलमहल के पास दो बीमार कौवे भी मिले हैं। ऐसे में बर्ड फ्लू की आशंका से लोग सहमे हुए हैं। अब तक प्रदेश के पांच जिलों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है। मामले सामने आने के बाद सरकार के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग, वन विभाग और पशुपालन विभाग प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है।
मनुष्यों में भी फैल सकती है बीमारी
जानवरों के डॉक्टरों के अनुसार, एवियन इन्फ्लूएंजा ( Avian flu virus ) एक तरह का बर्ड फ्लू होता है। यह वायरस से होने वाली बीमारी है जो एक पक्षी से दूसरे पक्षी में तेजी से फैलती है, जिससे अधिकतर पक्षियों की मौत हो जाती है। पक्षियों से ये बीमारी मनुष्यों में भी फैल सकती है। पक्षियों में पाए जाने वाला संक्रमण इंसानों तक ना फैले, इसे लेकर अब जल्द से जल्द इस पर नियंत्रण पाने की मांग उठने लगी है।
पाली सांसद पीपी चौधरी ने सरकार से मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत तत्परता दिखाने की मांग की है। उन्होंने आज एक ट्वीट करते हुए कहा कि राज्य सरकार पक्षियों का जीवन बचाने को गंभीरता से लें, ताकि ये संक्रमण अन्य प्रजाति के पक्षियों और इंसानों तक ना फैले, ये सुनिश्चित हो सके। चौधरी ने पाली संसदीय क्षेत्र में बर्ड फ्लू से कौओं की मौत होने का जिक्र करते हुए कहा कि प्रदेश में अब तक कुल 337 कौओं की मौत हो चुकी है। ये प्रदेश में बर्ड फ्लू की बड़ी दस्तक है।
सरकार करें गंभीर प्रयास: डॉ. पूनिया
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने भी सरकार से बर्ड फ्लू संक्रमण को फैलने से पहले नियंत्रित करने की अपील की है। उन्होंने इसे नए साल में नई चुनौती बताते हुए कहा कि झालावाड़, बारां जोधपुर और नागौर में कौवों सहित कुछ अन्य पक्षियों में बर्ड फ्लू संक्रमण के संकेत मिले हैं और मौतें हुई हैं। एवियन इंनफ्लूएंजा संक्रामक है। यह पक्षियों से स्तनधारियों को भी प्रभावित कर सकती है। राज्य सरकार की ओर से गंभीर प्रयासों की जरूरत है।