गौरतलब है कि बीसलपुर डेम से जयपुर,अजमेर और टोंक जिलों को पेयजल आपूर्ति की जाती है। तीनों जिलों की पेयजल वितरण व्यवस्था का मजबूत आधार बीसलपुर डेम पर ही निर्भर है। वर्ष 1999 में निर्माण के बाद पहली बार बीसलपुर डेम ओवरफ्लो हुआ और डेम के गेट खोलकर पानी की निकासी की गई। वहीं उसके बाद वर्ष 2006, 2014, 2016 और बीते साल 2019 में भी बीसलपुर डेम बारिश के पानी से लबालब होकर छलका। बीते साल सर्वाधिक दिनों तक डेम से पानी निकासी की गई। जल संसाधन अधिकारियों की मानें तो बीते साल हुई पानी की निकासी से बीसलपुर डेम को तीन बार भरा जा सकता था। वहीं सोमवार को बीसलपुर डेम का वाटर लेवल गेज 312.81 आरएल मीटर दर्ज हुआ है और डेम में कुल भराव थमता 39 टीएमसी पानी की तुलना में सोमवार को डेम में 21.59 टीएमसी पानी मौजूद है। ऐसे में डेम इस साल छलकने से महज 2.69 आरएल मीटर ही दूर है। उम्मीद है डेम इस साल लगातार दूसरे साल छलक कर अनुठा रेकॉर्ड बनाने में कामयाब होगा।