उन्होंने पायलट को कांग्रेस पार्टी से पूरी तरह से साइडलाइन किये जाने की बात करते हुए यहां तक नसीहत दे डाली कि अगर पायलट का कांग्रेस में दम घुटता है तो वे भाजपा के साथ आ सकते हैं।
गौरतलब है कि पायलट को नसीहत देने से पहले डॉ मीणा ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की पैरवी भी की। उन्होंने राजे का बचाव करते हुए कहा कि उन्हें ना तो साइडलाइन किया जा रहा है और ना ही वे पार्टी से कहीं जाने वाली हैं।
‘जो बाइडन से लें सीख’
गहलोत-पायलट विवाद पर पूछे एक सवाल पर दौसा सांसद ने पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को अमरीका के राष्ट्रपति जो बाइडन तक का उदाहरण दे डाला। उन्होंने कहा कि जो बाइडन को भी राष्ट्रपति बनने के लिए 28 साल का लंबा इंतज़ार करना पड़ा था। इसलिए पायलट को भी बाइडन की तरह धैर्य रखना होगा।
डॉ मीणा ने अपने नसीहत भरे बयान में कहा कि अगर पायलट धैर्य रखेंगे तो उन्हें बहुत कुछ मिलेगा और अगर धैर्य छोड़ेंगे तो वे बहुत कुछ खो देंगे।
‘साइडलाइन नहीं, पूरा ही लाइन से उतारा’
राज्यसभा सांसद डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि सचिन पायलट को कांग्रेस पार्टी ने साइडलाइन ही नहीं किया बल्कि उन्हें पूरी तरह से ही लाइन से हटा दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस की लड़ाई राज्य की जनता के लिए घातक है।
‘दम घुटता है तो भाजपा के साथ आयें’
दौसा सांसद ने सचिन पायलट को लेकर बड़ा बयान देते हुए उन्हें भाजपा में आने के लिए आमंत्रण भी दे डाला। उन्होंने कहा कि यदि सचिन पायलट का पार्टी में दम घुट रहा है तो वे भाजपा के साथ आएं। यहां उन्हें स्वच्छ वायु दिलाएंगे।
पायलट को पहले भी दे चुके हैं न्यौता
पायलट को भाजपा में आने का न्यौता डॉ किरोड़ी लाल मीणा प्रदेश में आये सियासी संकट के दौरान भी दे चुके हैं। कांग्रेस पार्टी में गहलोत-पायलट खेमे की खींचतान के बीच सांसद ने सचिन पायलट को अपना स्वाभिमान, सम्मान ओर अस्तित्व बचाए रखने के लिए भाजपा में आने की सलाह दी थी।
तब उन्होंने कहा था कि सचिन पायलट भाजपा में आते हैं तो हम दोनों मिलकर राजस्थान को कांग्रेस मुक्त कर देगें। खासकर पूर्वी राजस्थान से कांग्रेस का सफाया कर देगें। इस दौरान उन्होंने दोनों के किसान बेटा होने और गुर्जर-मीणा भाईचारे को मजबूती मिलने जैसी बातें भी गिनाई थीं। सांसद ने संकंट की घडी में सचिन पायलट के साथ खडा होने की बात भी खुलकर कही थी।