पार्टी से रूठे नेताओं के सवाल पर उन्होंने कहा कि घनश्याम तिवाड़ी हो या हनुमान बेनीवाल वे कोशिश करेंगे कि उनको पार्टी में वापस ले आएं। इसके लिए संगठन से अनुमति लूंगा और सब मिलकर राष्ट्रवाद की धारा और मोदी का सपना पूरा करेंगे। उन्होंने नवीन पिलानिया के सवाल पर कुछ नहीं कहा। उन्होंने कहा कि समर्थकों को कल ही बोल दिया हम किसी की इच्छा से नहीं आए। हमें कोई पद भी नहीं चाहिए। ज़मीन पर सब मिल कर काम करेंगे। संगठन पद दे तो ठीक नहीं दे तो भी वे समर्पण भाव से सेवा करते रहेंगे।
विधानसभा के बाहर किरोड़ीलाल के समर्थक सुबह से ही जुटने शुरू हो गए थे। समर्थकों ने किरोडी के पक्ष में जमकर नारेबाज़ी की। किरोडी समर्थकों ने विधानसभा से भाजपा मुख्यालय तक रैली निकाली। जिसमें सैकडों कार्यकर्ता भाजपा मुख्यालय पहुंचे।