गौरतलब है कि अरुण सिंह अब तीन दिन तक उपचुनाव क्षेत्रों का दौरा करेंगे और वहां भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार-प्रसार करेंगे। पार्टी की ओर से जारी कार्यक्रम के अनुसार अरुण सिंह का स्थानीय इकाई स्तर पर ही विस्तृत चुनावी कार्यक्रम तैयार किया गया है। सिंह के साथ पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहेंगे। इसमें उस क्षेत्र के प्रभारी भी शामिल हैं।
पेट्रोल-डीज़ल पर राहत दे राज्य सरकार
पेट्रोल-डीज़ल की बेकाबू वृद्धि के सवाल पर भाजपा प्रभारी ने एक बार फिर केंद्र की बजाये राज्य की भूमिका का ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि पेट्रोल-डीज़ल की बढ़ती कीमतों पर राज्य सरकार को वैट कम करके जनता को राहत देनी चाहिए।
सिंह ने राजस्थान कांग्रेस में चल रही अंदरूनी गुटबाज़ी और प्रदेश में बिगड़ती क़ानून व्यवस्था को लेकर भी कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा।
हड़बड़ी में फिसलती रही ज़बान !
मीडिया से बातचीत के दौरान अरुण सिंह की ज़बान दो बार फिसलती देखी गई। एक दफा उन्होंने प्रदेश की गहलोत सरकार के चार साल पूरे होने का हवाला दिया, फिर पलटते हुए उसे तीन साल का कार्यकाल बताया। वहीं दूसरी दफा उनकी ज़बान तब फिसली जब उन्होंने वल्लभनगर और धरियावद में कांग्रेस प्रत्याशियों के बजाये कांग्रेस विधायकों का ज़िक्र करते हुए उनकी हार होने की बात कही। हालांकि आखिर में उन्होंने अपनी दोनों ही गलतियों में सुधार भी किया।
पूनिया भी निकलेंगे दौरे पर
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां भी उप चुनाव वाले क्षेत्रों का दौरा करेंगे। वो स्थानीय इकाई के साथ मिलकर मतदान की रणनीति पर भी चर्चा करेंगे। इसके अलावा दोनों उप चुनाव वाले क्षेत्रों में प्रबुद्धजनों के साथ भी चुनाव पर चर्चा करेंगे।
पूनिया के प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत वे कल 26 अक्टूबर से 28 अक्टूबर तक भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में धरियावद और वल्लभनगर पहुंचेंगे। इन जगहों पर उनकी जनसभाओं व कार्यकर्ता सम्मेलनों को संबोधित करने के कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
वल्लभनगर में रिपोर्ट ठीक नहीं
वल्लभनगर में भाजपा की स्थिति ठीक नहीं है। यहां सर्वे में भाजपा प्रत्याशी की स्थिति खराब है। इसके पीछे रणधीर भींडर और उदय लाल डांगी का चुनाव मैदान में डटे रहना है। पार्टी ने डांगी और भींडर की पत्नी दीपेंद्र कंवर को पार्टी की सदस्यता से 6 साल के लिए निलंबित कर दिया है।