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जयपुर

Rajasthan Election 2018- आज जारी हो सकती है भाजपा की तीसरी सूची

Rajasthan Election 2018

जयपुरNov 16, 2018 / 02:55 pm

Santosh Trivedi

जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा की तीसरी सूची आज जारी हो सकती है। कहा जा रहा है कि बाकी बची 38 सीटों पर कोर कमेटी ने मुहर लगा दी है। कुल 200 विधानसभा सीटों में से भाजपा ने पहली सूची में 131 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए गए थे। इसके बाद दूसरी सूची में 31 उम्मीदवारों के नाम सामने आए थे। अब तक पार्टी कुल 162 सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर चुकी है।
पार्टी ने अब तक 39 विधायकों के टिकट काटे
भाजपा को प्रदेश में एंटी-इंकबेंसी का डर सता रहा है। यही वजह है कि पार्टी ने अब तक 39 विधायकों के टिकट काट दिए हैं। इनमें बड़ी संख्या उन विधायकों की है, जो कि 2013 में पहली बार विधानसभा पहुंचे थे। दूसरी सूची में कुल 17 विधायकों का पत्ता साफ किया है, जिनमें 8 नेता पहली बार विधायक बने थे। इनमें चार महिला विधायक शामिल है। मोदी लहर के चलते 2013 में भाजपा ने अधिकांश विधानसभा सीटों पर बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी।

पार्टी सूत्रों का कहना है कि बड़े अंतर से जीत के बाद पहली बार चुने गए विधायकों ने क्षेत्र की ओर ध्यान नहीं दिया। बल्कि कुछ हद तक पार्टी कार्यकर्ताओं को नाराज तक कर दिया। सर्वे समेत बड़े नेताओं के दौरों में यह स्थिति सामने आई। इसके बाद पार्टी को जिन विधायकों का जनाधार खिसकता नजर आया, उन पर दोबारा चुनावी दावं खेलने से पार्टी ने किनारा कर लिया।
बड़ी जीत फिर भी घर बिठाया
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के गृह निर्वाचन जिले की डग सीट से 2013 में आर.सी. सुनारीवाल ने 50 हजार से अधिक वोटों से बड़ी जीत दर्ज की थी। महज पांच साल में सुनारीवाल की कार्यशैली से स्थानीय कार्यकर्ताओं में गहरी नाराजगी थी। यही वजह है कि खुद मुख्यमंत्री को उनके टिकट पर सार्वजनिक टिप्पणी करनी पड़ी। अंत मेंं उन्हें घर बिठा दिया गया। इसी तरह बांसवाड़ा से विधायक धनसिंह रावत वैसे तो राजनीति के पुराने खिलाड़ी है, वह सांसद भी रह चुके हैं।
विधानसभा की दहलीज पर 2013 में पहली बार पहुंचे। उन्हें 30 हजार से अधिक वोटों की भारी भरकम जीत मिली, लेकिन खुद के बड़बोलेपन से टिकट कटवा दिया। वहीं पोकरण से शैतान सिंह 34 हजार से अधिक वोटों से जीतकर विधायक बने, लेकिन विवादों से उनका नाता जुड़ा रहा। इसकी वजह से वह चुनावी पिच पर उतरने से पहले ही बोल्ड हो गए। सांगरिया से कृष्ण कड़वा भी दूसरी बार टिकट लेने में विफल रहे हैं। भाजपा ने दूसरी सूची में भी महिला विधायकों को पत्ता साफ करने का काम किया है।
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