दो मुट्ठी चावल के लिए नरक कर दिया बच्चों का जीवन, चूड़ी कारखाने पर पुलिस का छापा
कभी भी कमरे से बाहर जाने नहीं दिया जाता। साथ ही किसी से मिलने नहीं दिया जाता। माता पिता से बात करे तो कई महीने गुजर गए हैं। पुलिस ने बेहद दयनीय हालात में बच्चों को वहां से मुक्त कराया है।
Labor department rages in hotels, four children found working
जयपुर
जयपुर में भट्टा बस्ती से पुलिस ने कई बाल श्रमिक मुक्त कराए हैं। पुलिस को सूचना मिलने के बाद यहां छापा मारा गया था। जब पुलिस टीम वहां पहुंची और बच्चों से बातचीत करने की कोशिश की तो बच्चे रोने लगे और पुलिस वालों से बोले अंकल यहां से निकाल दो हमें, घर भेज दो। ये अंकल गंदे हैं, खाना नहीं देते। 16 से 18 घंटे तक काम कराते हैं। दो मुट्ठी चावल देते हैं दिन भर में खाने के लिए। पुलिस ने इस मामले में मोहम्मद परवेज और मोहम्मद सज्जाद के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि दोनो मूल रुप से बिहार के रहने वाले हैं और वर्तमान में जयपुर में रहकर चूडी बनाने का कारखाना भी चलाते हैं। दोनो बिहार से झूठ बोलकर छोटे बच्चों को पढाने और काम सिखाने के बहाने भी यहां लाते हैं। पुलिस ने बताया कि चूडी कारखाने में बच्चों से बातचीत की गई तो वे रोने लगे। वहां कई बच्चे थे। उनका कहना था कि सिर्फ दो मुट्ठी चावल में सवेरे आठ बजे से रात बारह बजे तक मालिक काम करात है। पंखा भी नहीं है जहां काम कराया जाता है। कभी भी कमरे से बाहर जाने नहीं दिया जाता। साथ ही किसी से मिलने नहीं दिया जाता। माता पिता से बात करे तो कई महीने गुजर गए हैं। पुलिस ने बेहद दयनीय हालात में बच्चों को वहां से मुक्त कराया है। कभी भी कमरे से बाहर जाने नहीं दिया जाता। साथ ही किसी से मिलने नहीं दिया जाता। माता पिता से बात करे तो कई महीने गुजर गए हैं। पुलिस ने बेहद दयनीय हालात में बच्चों को वहां से मुक्त कराया है।