शिक्षावाणी कार्यक्रम को शुरू करने की जरूरत सरकार को इसलिए पड़ी, क्योंकि प्रदेश के ऐसे लाखों विद्यार्थी हैं, जिनके पास आॅनलाइन पढ़ाई की कोई सुविधा नहीं है। दूर दराज के ग्रामीण और आदिवासी अंचल में नेटवर्क की समस्या रहती है, वहीं बहुत से ऐसे विद्यार्थी भी हैं, जिनके पास एंड्रॉयड फोन ही नहीं हैं। इसलिए सरकार ने अब रेडियो पर शिक्षावाणी के नाम से ये क्लास शुरू की हैं।
रेडियो के इन प्रादेशिक केन्द्रों से हो रहा प्रसारण
जयपुर केन्द्र से जयपुर, जयपुर अजमेर केन्द्र से जयपुर, अजमेर, दौसा, भीलवाड़ा, सीकर, टोंक, झुन्झुनू और भरतपुर के विद्यार्थी क्लास का लाभ ले सकेंगे। जोधपुर केन्द्र से जोधपुर, पाली और जालोर, उदयपुर केन्द्र से उदयपुर और राजसमंद, बीकानेर केन्द्र से बीकानेर और चूरू, सूरतगढ़ से श्रीगंगानगर, कोटा से कोटा, चूरू से चूरू, सीकर, जैसलमेर से जैसलमेर, अलवर से अलवर, बांसवाड़ा से बांसवाड़ा, चितौड़गढ़ से चितौड़गढ़, झालवाड़ से झालावाड़, सवाई माधोपुर से सवाई माधोपुर, करौली, टोंक, नागौर से नागौर, माउंट आबू से माउंट और सिरोही, डूंगरपुर, नाथद्वारा, करौली, चौहटन, भरतपुर, कोटपुतली, झुन्झूनु और अनूपगढ़ के प्रादेशिक केन्द्रों से भी प्रसारण हो रहा है।