अजमेर :दुकानों पर 30 फीसदी दवा नहीं मिल रही। दुकानों पर दवा उपलब्ध कराने वाली फर्म दवा आपूर्ति नहीं कर रही। अपना बाजार की दुकानों का करीब 4 करोड़ रुपए का भुगतान बकाया। चिकित्सक की लिखी दवा में से 70 प्रतिशत ही मिल रही। कुछ कंपनी दवा की सप्लाई नहीं कर रही।
कोटा : कुछ दवा दुकानों पर या तो दवा नहीं मिल रही, मिल भी रही तो एक हजार रुपए से कम की। आए दिन दुकानों पर नोकझोंक। शहर में योजना से जुड़ी 150 दुकानों के करीब 30 करोड़ रुपए बकाया।
हनुमानगढ़ :भुगतान अटकने के कारण आरजीएचएस में इलाज के लिए मशक्कत। एक-एक मेडिकल स्टोर का करीब 20 से 25 लाख रुपए का भुगतान अटका
करौली : दवाइयां नहीं मिल रही। न तो अधिकृत मेडिकल स्टोर पर पर्याप्त दवाइयां उपलब्ध हैं और न ही केवीएसएस की ओर से संचालित दवा दुकान पर दवा मिल पा रही हैं। मेडिकल दुकानदारों को सरकार की ओर से भुगतान नहीं किया जा रहा है। इसके कारण परेशानी हो रही है। ऐसे में कई रोगियों को तो दवा बदलवानी पड़ रही है।