पूनिया के तंज से शुरु हुआ विवाद
लोढ़ा-पूनिया के बीच ‘ट्वीट वार’ की शुरुआत भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया के एक ट्वीट से हुई। दरअसल, पूनिया ने मूक-बधिर बलात्कार मामले को प्रियंका गाँधी के जन्मदिन से जोड़ते हुए कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा था।
पूनिया ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘प्रियंका जी, ज़रा राजनैतिक पर्यटन से बाहर भी निकालो। यूपी में नौटंकी और राजस्थान में पर्यटन, इसी रणथंभोर तक अलवर सहित वहशी दरिंदों के द्वारा नोची गई राजस्थान की पीड़िता बहन बेटियों की चीखें नहीं सुनेंगी? क्या आप चैन से अपना जन्मदिन मना लेंगी ? #राजस्थान_में_जंगलराज”
‘असंयम’ हुए संयम लोढ़ा
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के ट्वीट पर मुख्यमंत्री सलाहकार संयम लोढ़ा ने तीखे तेवर दिखाते हुए पूनिया के ट्वीट का जवाब दिया। लोढ़ा ने जवाबी ट्वीट में लिखा, ‘प्रतिपक्ष की राष्ट्रीय नेता के प्रति आपकी यह टिप्पणी, भाजपा के आज के स्तर को उजागर करती है। अपनी छोटी बहन के लिए जन्मदिन पर तीन शब्द तो आप लिख ही सकते थे, भावी स्वयंभू मुख्यमंत्री जी।’
नहीं थमे पूनिया, दी- ‘शुभकामनाएं’
सीएम सलाहकार और वरिष्ठ कांग्रेस नेता संयम लोढ़ा के पलटवार के बाद भी ट्वीट वार नहीं थमा। डॉ पूनिया ने संयम लोढ़ा की आपत्ति पर फिर जवाब दिया। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ‘प्रियंका जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ। संयम जी को पीड़िता बहनों के लिए संवेदनाएँ…माननीय मंत्री(संयम जी) (प्रतीक्षारत) अब कुछ संवेदना और पीड़ितों को न्याय के शब्द छोटी बहन जी से भी दिखाइए बड़े भाईसाहब।’