उन्होंने कहा कि पुलिस कास्टेबलों की पदोन्नति के लिए नियमों में बदलाव कर अब 50 प्रतिशत पद वरिष्ठता और इतने ही प्रतिशत पद परीक्षा के माध्यम से भरने का निर्णय लिया है। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा स्थापित किए गए ‘अभय कमांड केन्द्रों’ का जिक्र करते हुए कहा कि इन केन्द्रों की कार्यप्रणाली से अपराधियों में खौफ का वातावरण बना है और आम जन में पुलिस के प्रति विश्वास बढा है।
सीएम राजे ने पुलिस में अनुशासन को सर्वोच्च स्थान देने पर बल देते हुए कहा कि राज्य सरकार पुलिस को साधन संपन्न बनाने के लिए अनेक उपाय किए हैं। इसके तहत प्रदेश में करोडों रूपये खर्च कर भवनों का निर्माण कराने के साथ ही वाहनों और हथियारों की खरीद की गई है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पुलिसकर्मियों की सुरक्षा के लिए 18 साल बने पुलिस बीमा कानून में बदलाव करते हुए अब इसकी सीमा दुगुनी कर दी गई है। इसके तहत कांस्टेबल और हैड कास्टेबलस्तर के कर्मचारियों का बीमा 20 लाख, निरीक्षक और उपनिरीक्षक स्तर पर 30 लाख और इससे उपर के अधिकारियों को 60 लाख रूपये तक का बीमा का लाभ मिल सकेगा।
सीएम राजे ने प्रदेश में अपराधों में लगातार हो रही कमी पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि गत चार सालों में महिलाओं पर होने वाले यौनाचार, उत्पीडन सहित सभी प्रकार के मामलों में कमी आई है। उन्होंने कहा कि पुलिस की सक्रियता के चलते बच्चियों के साथ होने वाले दुराचार के चार प्रकरणों में दोषियों को मृत्युदंड और एक को आजीवन सजा दिलाने में कामयाबी मिली है।
गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि राज्य सरकार ने गत चार सालों में पुलिसकर्मियों को सुविधाओं देने के लिए 21 हज़ार करोड रूपये खर्च किए गए है। इसके साथ ही पुलिस विभाग में 13 हज़ार नए पदो का सृजन कर लोगों को रोजगार देने के साथ ही पुलिस कर्मियों के पारिवारिक और सामाजिक प्रतिष्ठा बढाने के प्रयास किए गए है।
कटारिया ने कहा कि राज्य सरकार ने पुलिस के मैस भत्ते में प्रतिमाह 25 प्रतिशत तक की बढोतरी की गई। इसी तरह 140 करोड के नए वाहन, 25 करोड रूपये के हथियार खरीदने के साथ ही 800 करोड रूपये की लागत के भवन बनाये गए।
उन्होंने कहा कि कम्युनिटी पुलिसिंग के कारण ही प्रदेश में अपराधों में लगातार कमी आ रही है। उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र ( एनसीआर ) की रिपोर्ट का हवाला देते हुये कहा कि राजस्थान में महिला अपराधो में 21 प्रतिशत की कमी आई है। इसी तरह अन्य अपराधों में भी लगातार कमी हुयी है।
इस अवसर पर पदोन्नत हुये सभी छह हजार पुलिसकर्मियों के परिजनों ने तालियों की गडगडाहट के बीच उन्हें फीत बांधी। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने एशियन गेम्स में पुलिस का गौरव बढाने वाले पदक विजेताओं को भी सम्मानित किया। इससे पहले पुलिस महानिदेशक ओपी गहरोत्रा ने आंगतुकों का स्वागत किया।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान हाईकोर्ट ने सोमवार को ही सरकारी धन के दुरूपयोग करने संबंधी याचिका को खारिज करते हुए राज्य सरकार द्वारा पुलिस कास्टेबलों के एक साथ पदोन्नत करने के लिए आयोजित समारोह का हिसाब रखने के निर्देश दिये थे।