्रऑफिस में घुलने-मिलने का मतलब यह नहीं है कि आप वहां गप्पें मारने लग जाएं। यह बात बिल्कुल नहीं भूलें कि आप ऑफिस में बैठे हैं। किसी भी सहकर्मी के बारे में उसके पीछे से बुराई और सामने आते ही उसकेे पक्ष में खड़े होने जैसी हरकतें नहीं करें। इससे आपकी नकारात्मक छवि बनती है और सहकर्मी भी आपके साथ मेलजोल बढ़ाना पसंद नहीं करेंगे। इस आदत का सबसे बड़ा नुकसान यह भी होगा कि आपका अधिकांश समय अर्थहीन बातों में भी बर्बाद हो जाएगा और समय पर टास्क पूरे न होने से प्रमोशन की संभावना कम हो जाएगी।
एक अच्छे सहकर्मी बनने के लिए यह बहुत जरूरी है आप सभी का सम्मान करें। अगर आप ऑफिस में उच्च पद पर हैं तो इसका मतलब यह नहीं है आप निम्न पद वाले लोगों का सम्मान नहीं करें। उनसे आप मधुरता से पेश आएं। किसी के आत्म-सम्मान को ठेस नहीं पहुंचाएं। इस तरह लोग आपके साथ जुडऩा पसंद करेंगे और टीम स्प्रिट से प्रोजेक्ट को पूरा करने में मदद मिलेगी। इसी के विपरीत लोग आपसे दूरी बनाने लगेंगे।
ऑफिस में सहकर्मियों या साथियों से बात करते समय आपका व्यवहार और वाणी मधुर होनी चाहिए। गुस्सा, चिड़चिड़ापन नहीं होना चाहिए। इससे ऑफिस का वातावरण भी खराब हो जाता है। यदि आपका सहकर्मी कोई गलती करे तो उस पर गुस्सा होने के बजाय शांत
दिमाग से समझाएं। यदि सहकर्मी काम के प्रति गंभीर नहीं है तो उसे आगे के लिए चेतावनी दी जा सकती है, न कि उसे सब के सामने अपमानित किया जाए।
नई जॉब में को-वर्कर्स के साथ अच्छे रिलेशन बनाने पर अवश्य ध्यान दें। इससे आप वर्क प्रेशर को कम कर सकते हैं। नए साथियों से बातचीत करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप उनकी हॉबीज, हैबिट्स को लेकर बात कर सकते हैं। इस तरह नए साथियों के साथ घुलना-मिलना आसान होगा। साथ ही नए ऑफिस में आपकी व्यवहार कुशल की छवि बनेगी।