जानकारी के मुताबिक जेडीए क्षेत्र में स्थित 710 राजस्व ग्रामों में से 240 ग्रामों के लगभग 1600 खसरों की 30,000 राजकीय भूमि (7,500 हैक्टयर) चिन्हित की जा चुकी है। जेडीए के 44 वरिष्ठ अधिकारी 1600 खसरों का व्यक्तिशः मौका निरीक्षण कर राजकीय भूमि की मौका रिपोर्ट जेडीए के कम्प्यूटर साॅफ्टवेयर पर दर्ज करेंगे। राजकीय भूमियों पर अतिक्रमण की रिपोर्ट आॅटो जनरेट होकर पुलिस अधिक्षक (प्रवर्तन) और संबंधित जोन उपायुक्तों के कम्प्यूटर स्क्रीन पर नियमित प्रदर्शित होगी। कम्पयूटर से रिपोर्ट मिलते ही जेडीए के प्रवर्तन अधिकारी नियमित अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करेंगे।
वर्ष 1999 से 90बी एवं वर्ष 2009 से 90ए के माध्यम से जेडीए के नाम समर्पित भूमियों को भी लैण्ड बैंक में प्रदर्शित किया जावेगा। समस्त जोन्स् के डीटीपी/एटीपी उनके जोन में अनुमोदित जविप्रा, निजी खातेदारी, सहकारी समिति की अनुमोदित योजनाओं के भूखण्डों, सुविधा क्षेत्रों इत्यादि का डिजीटल डेटा विकसित साॅफ्टवेयर पर फीड कर प्रमाणित करेंगे। जेडीए के सीपीआरएमएस अब तक लगभग 5 लाख अनुमोदित भूखण्डों का डेटा फीड कर पब्लिक डोमेन में डाला जा चुका है। इसे भी न्यू लैण्ड बैंक में शामिल किया जाएगा।
एक बार न्यू लैंण्ड बैंक तैयार होने पर प्राधिकरण के नाम दर्ज समस्त राजकीय भूमियों का नियमित निरीक्षण कर सुरक्षा संभव होगी। साथ ही उपयुक्त राजकीय भूमि की प्लानिंग कर मास्टर प्लान में निर्धारित उपयोग के अनुसार योजना बनाकर या नीलामी करके निस्तारण किया जा सकेगा। 90बी व 90ए के माध्यम से निःशुल्क समर्पित भूमियों का लेखाजोखा तैयार कर मास्टर प्लान, सेक्टर प्लान एवं जोनल प्लान की सड़कों के निर्माण को गति मिलेगी। जविप्रा की समस्त योजनाओं में रिक्त भूखण्डों की सूची तैयार होने पर ऐसे भूखण्डों का निस्तारण कर राजस्व आय बढ़ेगी साथ ही निजी खातेदारी एवं सहकारी समिति की अनुमोदित योजना के जो भूखण्डधारी अभी तक नियमन से वंचित हैं, ऐसे भूखण्डों को चिन्हित कर नियमन शिविर लगाकर उन्हें राहत दी जा सकेगी।
जेडीए टोंक रोड बी-2 बाइपास लोकेशन पर 1.5 लाख वर्ग मीटर में विकसित वृह्द योजना मेट्रो एन्क्लेव में ग्रुप हाऊसिंग एवं मिक्स लैण्ड यूज भूखण्डों की शीघ्र नीलामी करने जा रहा है। जेडीए जोन-4 में मैट्रो एन्क्लेव योजना में 48 ग्रुप हाऊसिंग एवं मिक्स यूज भूखण्ड की नीलामी शीघ्र करने जा रहा है। योजना में 4 ग्रुप हाऊसिंग के 6 से 9 हजार वर्ग मीटर के भूखण्ड एवं मिक्स लैण्ड यूज – आवासीय एवं व्यावसायिक आदि के 6 से 9 हजार वर्ग मीटर के 3 भूखण्ड तथा 450 से 730 वर्ग मीटर के 41 भूखण्डों की नीलामी शीघ्र की जाएगी। ग्रुप हाऊसिंग भूखण्डों की नीलामी बोली 50 हजार रूपए प्रति वर्गमीटर एवं मिक्स लैण्ड यूज के भूखण्डों की नीलामी बोली 80 हजार रूपए से शुरू होगी।