इससे पहले बुधवार दोपहर को प्रदेश कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक हुई। बैठक में नेताओं ने लोकसभा चुनाव के टिकट के उम्मीदवारों को लेकर अपनी—अपनी राय रखी। हालांकि सर्वसम्मति से उम्मीदवार के चयन का फैसला हाईकमान पर छोड़ने का प्रस्ताव पारित किया गया।
बैठक के दौरान पूर्व म़ंत्री नमोनारायण मीणा और पवन गोदारा के बीच वाद—विवाद हो गया। एक ओर जहां मीणा ने कहा कि जो पदाधिकारी पड़े रहते हैं उन्हें क्षेत्र में भेजना चाहिए। लेकिन पवन गोदारा ने पलटवार करते हुए कहा, पदाधिकारी-कार्यकर्ताओ के पीछे ही प्रदेश में कांगेस की सरकार बनी है। उन्होंने मीणा पर निशाना साधते हुए कहा, आप भी दो बार सांसद कार्यकर्ताओं के पीछे ही बने हो, पदाधिकारियों कार्यकर्ताओं को पूरा सम्मान करना चाहिए।
इस बीच कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक में नेताओं ने कई सुझाव भी दिए। इनमें कई नेताओं ने स्थानीय उम्मीदवार उतारने का दिया सुझाव। वहीं जल्द से जल्द उम्मीदवार घोषित करने का तथा कर्जमाफी, बेरोजगारी भत्ते जैसी योजनाओं का व्यापक प्रचार प्रसार कर लोकसभा चुनाव में क्रेडिट लेने का सुझाव भी दिया।