खान घोटाले में खान विभाग के प्रमुख षासन सचिव-अशोक सिंघवी सहित अनेक अधिकारियों को जेल जाना पड़ा, लेकिन राज्य सरकार ने अपनी सरकारी ताकत का दुरूपयोग करते हुए सरकार में बैठे मंत्रियों और सभी नेताओं को बचा लिया। इस घोटाले में भाजपा सरकार के सभी नेता लिप्त थे। हाईकोर्ट के आदेशों के बाद सरकार को खानों का आवंटन रदद करना पड़ा लेकिन सरकार ने इसमें भी ऐसी खामियां छोड़ दी कि जिस दिन लोगों को खानें आवंटित हुई थी वो अपनी खाने बचाने में कामयाब हो गए।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि पूरा प्रदेश जानता है कि जलदाय विभाग में बड़ा घोटाला हुआ और 500 करोड़ का घोटाला सरकार ने माना। घोटाले में अधिकारियों को जेल भेज दिया गया लेकिन मंत्री सहित सभी नेताओं को सरकार बचाने में कामयाब रही। पांच वर्षों में ऐसा कोई विभाग नहीं रहा जिसमें घोटाला नहीं हुआ हो।
एनआरएचएम में घोटाला, बिजली विभाग में घोटाला, खाद्य विभाग में घोटाला, स्मार्ट सिटी में घोटाला, द्रव्यवती नदी में घोटाला, निगमों एवं स्वायत षासन विभाग में घोटाला, इन सब घोटालों से आम जनता का राज्य की भाजपा सरकार से विश्वास उठ गया।
अनेक आईएएस एवं आरएएस अफसरों सहित अनेक अधिकारियों को जेल भेजा गया, फिर मंत्रियों के विभाग बदलकर उन्हें बचाने का काम किया गया। खाचरियावास ने कहा कि केन्द्र सरकार ने भी घोटाले में कोई कसर नहीं रखी, पूरा देश देख रहा था और विज्य माल्या हजारों करोड़ का घोटाला करके केन्द्र सरकार की मेहरबानी से विदेश भाग गया। इसी तरह नीरव मोदी व मेहुल चैकसी देश छोड़कर भाग गए।