अब तक 2951 लोगों की मौत
गत एक अप्रैल को 1350 नए मामले आने से संक्रमण की दर 3.68 प्रतिशत थी जो 12 अप्रैल को बढ़कर 21.92 प्रतिशत तक पहुंच गई। इस दौरान कोरोना मरीजों की संख्या में जहां काफी इजाफा हुआ वहीं इससे मरने वालों की संख्या भी बढ़ गई। इन करीब दो सप्ताह में 133 लोगों की जान चली गई। इनमें सोमवार को सबसे ज्यादा 25 लोगों की मौत हुई। इससे प्रदेश में कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़कर 2951 पहुंच गई।
रिकवरी रेट गिरकर करीब 90 प्रतिशत पर
अप्रैल में कोरोना संक्रमित मामलों में ज्यादा इजाफा होने से ठीक होने वाले मामलों में गिरावट आई और रिकवरी रेट गिरकर करीब 90 प्रतिशत पर आ गई जबकि इससे पहले यह दर लगभग 97 प्रतिशत थी। कोरोना की दूसरी लहर आने से पहले कोरोना जब सबसे ज्यादा फैला हुआ था। तब सक्रिय मरीजों की संख्या तीस हजार तक नहीं पहुंच पाई थी लेकिन इस बार दूसरी लहर में इन दो सप्ताह में ही सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 36 हजार 441 तक पहुंच गई।
दूसरी लहर का सबसे ज्यादा प्रकोप जयपुर में
राज्य में अब तक 74 लाख 25 हजार 270 लोगों के नमूनों की जांच की गई जिनमें तीन लाख 69 हजार 564 कोरोना मरीज पाये गये जिनमें अब तक तीन लाख 30 हजार 172 ठीक हो चुके हैं और अब 36 हजार 441 सक्रिय मरीज है। राज्य में दूसरी लहर का सबसे ज्यादा प्रकोप राजधानी जयपुर में देखने को मिल रहा है जहां सोमवार को सर्वाधिक 961 नए मामले सामने आए। इसी तरह उदयपुर में 709, कोटा में 683 एवं जोधपुर में 628 नए मामले सामने आए।
गहलोत ने जताई चिंता, जनता से सावधानी बरतने की अपील
बढ़ते कोरोना के मद्देनजर सरकार सख्ती भी बरत रही हैं और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार लोगों से सावधानी बरतने की अपील भी कर रहे हैं। मंगलवार को भी गहलोत ने एक कार्यक्रम में कहा कि दूसरी लहर में नए मामले दोगुने से भी अधिक सामने आ रहे हैं जो चिंता का विषय हैं। उन्होंने मास्क को वैक्सीन से कम नहीं बताते हुए कहा कि इस समय प्रोटोकॉल के तहत मास्क लगाकर घर से बाहर निकलें। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए शहरों में नाईट कर्फ्यू लगा रहा है वही आगामी तीस अप्रैल तक जयपुर ग्रामीण क्षेत्र मेें मेलों का आयोजन नहीं करने के निर्देश भी दिये गये हैं। जोरा वार्ता नननन