गहलोत मुख्यमंत्री निवास से शनिवार को दोपहर बारह बजे कोविड-19 टीकाकरण अभियान स्वास्थ्य प्रतिरक्षा की दिशा में एक मजबूत कदम का राज्यस्तरीय शुभारम्भ करेंगे। पहले दिन 16 जनवरी को 33 जिलों में 167 जगहों पर एक साथ इसकी शुरुआत होगी। प्रथम चरण में जनवरी में केवल हेल्थ केयर वर्कर्स का ही टीकाकरण होगा। टीकाकरण के लिए पंजीयन मोबाइल पर दिनांक, समय एवं स्थान का संदेश आने पर ही पहुंचना होगा।
टीकाकरण प्रत्येक सप्ताह चार दिन होगा, जिसके लिए पंजीकरण जरूरी हैं। टीकाकरण चरणबद्ध तरीके से किया जायेगा जिसमें इसके शुरुआत के दिन सबसे पहले हैथ्थकेयर वर्कर्स को लगाया जाएगा। इसके बाद फ्रंट लाइन वर्कर्स एवं इसके बाद पचास वर्ष से अधिक उम्र के लोगों तथा इसके पश्चात पचास से कम उम्र लेकिन अन्य बीमारियों से ग्रस्त लोगों को यह टीका लगाया जायेगा। उल्लेखनीय है कि बुधवार को जयपुर में चार लाख 60 हजार से अधिक वैक्सीन पहुंची थी, जिन्हें जयपुर सहित अन्य जिलों में लगाने के लिए भेज दिया गया।
टीकाकरण अभियान से पहले, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को दोनों टीकों (कोविशील्ड और कोवैक्सीन) के लिए एक व्यापक फैक्ट शीट भेजी है। इसमें वैक्सीन रोलआउट, फिजिकल स्पेसिफिकेशन, खुराक, कोल्ड चेन स्टोरेज की आवश्यकताओं, मतभेद और हल्की एईएफआईएस (टीकाकरण के बाद प्रतिकूल घटना) के बारे में जानकारी शामिल है।
मंत्रालय ने कहा है कि कोविड-19 टीकों की विनिमयशीलता की अनुमति नहीं है और गर्भवती तथा दूध पिलाने वाली महिलाएं टीके न लगवाएं क्योंकि उन्हें अभी तक किसी भी कोरोना वायरस-रोधी टीके के क्लिनिकल ट्रायल का हिस्सा नहीं बनाया गया है। मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश को लिखे पत्र में आपातकालीन परिस्थितियों में इनके इस्तेमाल को रेखांकित करते हुए कहा कि कोविड-19 टीके केवल 18 साल या उससे अधिक आयु के लोगों के लिए हैं। आवश्यकता पड़ने पर कोविड-19 टीकों और अन्य टीकों के बीच कम से कम 14 दिन का अंतराल लिया जा सकता है।