ये गंभीर बीमारियां चिह्नित
बीते एक साल के दौरान हृदय की विभिन्न गंभीर बीमारी, एंजाइना, पल्मोनरी, हाइपरटेंशन, लकवे, डायबिटीज, सिरोसिस, किडनी, लीवर, हिमटोपोइटिक स्टेमसेल ट्रांसप्लांट, इन ट्रांसप्लांट की प्रतीक्षा सूची में शामिल मरीज, किडनी की गंभीर बीमारी और हीमोडायलिसिस, दो साल के दौरान अस्पताल में भर्ती रहकर श्वांस संबंधी बीमारी का उपचार करवाने वाले, लिंफोमिया, ल्यूकेमिया, मायलोमा के मरीज, 1 जुलाई 2020 के बाद वाले कैंसर और कैंसर की थैरेपी ले रहे मरीज, बोनमेरो फेलियर, प्लास्टिक एनिमिया, थेलेसीमिया, एचआइवी संक्रमित और कुछ अलग अलग तरह की विकलांगता के शिकार लोग शामिल हैं।
जानें तीसरे चरण के बारे में
-केन्द्र की ओर से तय उम्र और बीमारियों के शिकार निर्धारित आयु वर्ग के लोगों का टीकाकरण।
-उप स्वास्थ्य केन्द्र तक के अस्पताल चिह्नित।
– पीमजेवाय, सीजीएचएस, एबी—एमजीआरएसबीवाय के अंतर्गत पंजीकृत अस्पतालों में सुविधा।
-सरकारी अस्पतालों में नि:शुल्क टीके, निजी में निर्धारित दर पर सशुल्क।
-पहला टीका लगवा चुके स्वास्थ्य कार्मिकों व फ्रंट लाइन वर्कस के लिए दूसरी डोज।
-कोविन पोर्टल के के माध्यम से नागरिकों के लिए ऑनलाइन पंजीकरण सुविधा, आरोग्य सेतु पर भी उपलब्ध।
-सामान्य जानकारी व फोटो पहचान-पत्र को पंजीकरण के समय अपलोड किया जाएगा।
-खाली स्लॉटस भी ऑनलाइन पंजीकरण के समय नजर आएंगे, अपनी सुविधा अनुसार स्लॉट चयन किया जा सकेगा।
-आयुष्मान भारत या सीजीएचएस में पंजीकृत अस्पतालों का उपयोग टीके लगाने में किया जाएगा।
– ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायत और शहरों में वार्डवार वैक्सीनेशन किया जाएगा।