राज्यवर्धन ने कहा कि बडे दुख की बात है कि जब पूरा देश इस कोविड महामारी से लड़ रहा है, ऐसे समय में राहुल और प्रियंका राजनीतिक टिप्पणियां कर रहें है। उन्होंने पहले वैक्सीनेशन का पूरा विरोध किया। सोनिया गांधी ने वैक्सीनेशन करवा लिया, लेकिन उन्होंने देश को संदेश नहीं दिया।किसी भी कांग्रेसी ने भारतीय वैक्सीन को प्रमोट नहीं किया। गांधी परिवार देशी प्रोडक्ट को प्रमोट नहीं करता। राहुल और प्रियंका गांधी से अनुरोध है कि वे आज जब पूरा देश कोरोना महामारी से लड़ रहा है तो ऐसे समय में इस प्रकार की टिप्पणी न दें। आप प्राइवेट कंपनियों को दोषी ठहरा रहे हैं, जो इस लड़ाई में शामिल हैं। आज राहुल और प्रियंका गांधी को छोड़कर देश का हर नागरिक इस लड़ाई में शामिल है। गौरतलब है कि राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार की टीका संबंधी रणनीति नोटबंदी से कम नहीं है, क्योंकि इसमें भी लोग कतारों में लगेंगे और धन, स्वास्थ्य और जान का नुकसान सहेंगे। अंत में सिर्फ कुछ उद्योगपतियों का फायदा होगा।