मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान की दिशा उत्तर की तरफ होने के कारण अगले एक-दो दिन बादलों का मौसम बना रहेगा। इस दौरान इक्का-दुक्का जगह पर बूंदाबांदी भी हो सकती है। हालांकि दूसरा चक्रवाती तूफान क्यार कमजोर होकर अब सिर्फ कम दबाव का क्षेत्र रह गया है जो शनिवार तक समाप्त हो जाएगा। आपको बता दें सूर्यनगरी जोधपुर में शुक्रवार सुबह न्यूनतम तापमान 20.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। सूरज निकलने के कुछ देर बाद आसमान में बादलों की हल्की आवाजाही शुरू हो गई। दोपहर 12 बजे से शहर का मौसम बदलना शुरू हो गया। बादलों की घनी आवाजाही के साथ हवा बहने लगी। दिनभर रुक-रुक कर ठंडी हवा चलती रही, जिसके कारण लोगों को तपिश से काफी राहत मिली। रात को भी ठंडी हवा के झोंकों के कारण मौसम अच्छा रहा। जिले के ग्रामीण हिस्सों में भी ऐसा ही मौसम बना रहा। कुछ इलाके में छींटे भी गिरे। जैसलमेर में सुबह से ही मौसम पलटना शुरू हो गया। तेज ठंडी हवा के साथ कुछ जगह बूंदाबांदी हुई। यहां न्यूनतम तापमान 23.4 और अधिकतम 30.8 डिग्री रहा। बाड़मेर में भी ऐसा ही मौसम रहा। यहां रात का तापमान 23.4 और दिन का 35.7 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
ओमान, यमन तक पहुंचे दल
अरब सागर में इस सप्ताह आए चक्रवाती तूफान ‘क्यार’ और ‘म्महा’ के वेग से पश्चिमी राजस्थान में बैठे टिड्डी दल ओमान और यमन तक पहुंच रहे हैं। शक्तिशाली तूफानी हवाएं उत्तर से पूर्व की तरफ बह रही हैं। यही वजह है कि भारत से उडकऱ टिड्डी पश्चिम की ओर जा रही है। नवम्बर का पहला पखवाड़ा खत्म होते-होते भारत से टिड्डी समाप्त होने की उम्मीद है। संयुक्त राष्ट्र संघ के खाद्य और कृषि संगठन के ताजा बुलेटिन के अनुसार टिड्डी का विंटर ब्रीडिंग शुरू हो गया है। प्रजनन के लिए टिड्डी दल पाकिस्तान के दक्षिण-पश्चिमी और इरान के दक्षिणी पूर्वी हिस्सों में जाएगी।