दिए थे निर्देश, फिर रोक दी थी कार्यवाही : जानकारी के मुताबिक डेढ़ साल पहले केन्द्र सरकार ने देशभर में बड़े धार्मिक स्थलों पर चढ़ाए जाने वाले प्रसाद व चढ़ावे की भी सैंपलिंग कराने का अभियान चलाने का निर्णय किया था। इसके लिए आदेश भी जारी कर दिए गए थे लेकिन बाद में कार्यवाही रोक दी गई थी। खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अनुसार सैंपलिंग के लिए जरूरी है कि वहां खाद्य पदार्थों की बिक्री हो रही हो। जबकि जयपुर में कई बड़े धार्मिक स्थलों पर संबंधित ट्रस्ट ही प्रसाद की सामग्री बनाते रहे हैं। हालांकि इसके धार्मिक स्थलों के आसपास भी भारी मात्रा में प्रसाद की सामग्री बिकती है जिसके नमूने नहीं लिए जाते।