अभ्यार्थियों का कहना है कि सरकार ने स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा 2018 में करीब डेढ़ साल बाद में सामान्य वर्ग से 14 फीसदी पद कम कर 10 फीसदी ईडब्ल्सूएस व 4 फीसदी एमबीसी को दे दिए। जिसकी वजह से सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी वेटिंग में आकर बेरोजगार हो गए और सभी वर्गों के साथ अन्याय हुआ। अभ्यार्थीइस पद कटौती को वापस लिए जाने की मांग कर रहे हैं। अभ्यर्थी हनुमान ढाका , रामप्रताप सारण,विश्वेंद्र सिंह सेवदा, मनोज स्वामी , विकास प्रजापत, केशव बागड़ा,दिनेश सैनी, रविंद्र शर्मा,भूनेश सैनी, विजेंद्र चौधरी, लालू राम जाट,अजीत जाट,विजय नायक विजय ,वासुदेव, मन्नू सिंह, दयाराम, मोहम्मद हुसैन, मुकेश आदि ने कहा कि यदि समय रहते सरकार ने नोटिफिकेशन जारी नहीं किया इसका खामियाजा सरकार को उपचुनाव में भुगतना पड़ सकता है।
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