जयपुर मौसम केंद्र प्रभारी आरएस शर्मा के मुताबिक प्रदेश में एक नया परिसंचरण तंत्र सक्रिय हो चुका है। इससे जयपुर, जोधपुर और बीकानेर संभाग में मौसम पूरी तरह से एक से दो दिनों में बारिश के लिए अनुकूल रहेगा। इसके साथ ही बंगाल की खाड़ी से मानसूनी हवाएं अब उत्तर-पश्चिमी की ओर बढ़ रही हैं। नमी आने से पूरी तरह से परिस्थितियां बारिश के लिए अनुकूल बनी हुई है। वहीं मानसून का प्रवेश गुरुवार देर रात तक दक्षिण राजस्थान में होने के पूरे आसार हैं।
आज कोटा, उदयपुर, भरतपुर संभाग के जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी करते हुए आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा कोटा, बूंदी, भीलवाड़ा, चित्तौडग़ढ़, बारां, उदयपुर, भरतपुर, करौली, धौलपुर और सवाई माधोपुर में बादल छाने के साथ कहीं-कहीं बारिश होने और तेज हवाएं चलने की संभावना जताई है। इस दौरान 40-50 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। जयपुर में 30 जून की रात से मानसून गतिविधियां शुरू हो जाएंंगी। इस दौरान अच्छी बारिश होने की संभावना है।
बीते 24 घंटे में प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश दौसा के लवान में 100, रामगढ पचवाडा में 85, नांगल में 66, दौसा में 61, जयपुर के शाहपुरा में 85, चाकसू में 49, फागी में 41, सवाईमाधोपुर के बामनवास में 60, टोंक के गलवानिया बांध में 56, उदयपुर वाटी में 58, अलवर के बानसूर में 85, मालाखेडा में 73,रामगढ में 52, किशनगढ बास में 44, तिजारा में 34, राजगढ में 35, बूंदी के केशवराय पाटना में 33 एमएम बारिश दर्ज की गई।