scriptराजस्थान का ये ‘चीता’ हुआ ‘घायल’! चोट लगने से IPL सीज़न से बाहर हुए तेज़ गेंदबाज़ कमलेश नागरकोटी | Fast Bowler Kamlesh Nagarkoti out of IPL after injury | Patrika News
जयपुर

राजस्थान का ये ‘चीता’ हुआ ‘घायल’! चोट लगने से IPL सीज़न से बाहर हुए तेज़ गेंदबाज़ कमलेश नागरकोटी

https://www.patrika.com/rajasthan-news/

जयपुरMar 15, 2019 / 12:09 pm

Nakul Devarshi

Fast Bowler Kamlesh Nagarkoti out of IPL after injury
जयपुर/ नई दिल्ली।

राजस्थान के युवा तेज़ गेंदबाज कमलेश नागरकोटी (Kamlesh Nagarkoti) चोट लगने की वजह से इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 12वें संस्करण से बाहर हो गए हैं। आईपीएल के शुरू होने से ठीक पहले नागरकोटी के चोटिल होकर चैम्पियनशिप से बाहर होने से दो बार की विजेता कोलकाता नाइट राइडर्स (Kolkata Knight Riders) को करारा झटका लगा है।

नागरकोटी के साथ ही बीते सीजन में टीम के साथ शानदार प्रदर्शन करने वाले युवा तेज गेंदबाज शिवम मावी भी चोट की वजह से ही टीम से बाहर हो गए हैं। कोलकाता ने केरल के संदीप वॉरियर को अपने साथ जोड़ा है।

दरअसल, नागरकोटी बीते सीजन में नहीं खेल पाए थे, तब कोलकाता ने कर्नाटक के प्रसिद्ध कृष्णा को टीम में स्थान दिया था। अब वह टीम के नियमित सदस्य बन गए हैं। नागरकोटी पीठ की चोट से अभी तक सही तरह से उबरे नहीं हैं। उन्हें टीम ने 3.2 करोड़ रुपए में अपने साथ जोड़ा था।

जानकारी के अनुसार कमलेश नागरकोटी फिलहाल राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में हैं जहां वह चोट से उबरने की कोशिश में लगे हुए हैं। उन्हें ठीक होने में अभी दो से तीन महीने का समय लगने की संभावना बताई जा रही है।

वहीं नागरकोटी के साथ ही कोलकाता टीम से बाहर हुए मावी को भी पीठ में समस्या है और इसी कारण वह भी इस सीजन से बाहर हो गए हैं। घरेलू क्रिकेट में उत्तर प्रदेश के लिए खेलने वाले मावी को ठीक होने में छह महीने लग सकते हैं।

बार-बार हो रहे चोटिल

ये पहली बार नहीं है जब कमलेश नागरकोटी चोटिल हुए हों। इससे पहले भी उन्हें बाएं पैर में फ्रैक्चर हुआ था जिसके बाद वो नेशनल क्रिकेट एकेडमी में रीहैब के लिए पहुंचे थे। लेकिन वहीं उनकी पीठ की परेशानी भी उभर आई थी। नागरकोटी पिछले कई महीनों से क्रिकेट से दूर हैं। उनकी ये चोट बीसीसीआई के लिए भी परेशानी का सबब बने हुए हैं।

प्रदर्शन से चौंका चुका हैं नागरकोटी

जूनियर वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम में कमलेश नागरकोटी ने भी अहम् भूमिका निभाई थी। जूनियर लेवल पर लगातार 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करने की वजह से उनकी खास पहचान बनी थी। नागरकोटी ने न्यूजीलैंड में खेले गए जूनियर वर्ल्ड कप में 16.33 की औसत से 9 विकेट झटक कर भारत को चैंपिय़न बनाने में अहम भूमिका निभाई थी।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो