इस साल फरवरी महीने में बीकानेर में दर्दनाक सड़क हादसा हुआ था। इस हादसे में चार डॉक्टर सहित पांच लोगों की मौत हो गई थी। मरने वालों में 18 महीने की बच्ची भी शामिल थी। मरने वाले दो दंपत्ति थे। वे गुजरात के रहने वाले थे। हादसा नोखा थाना क्षेत्र में अमृतसर-जामनगर राजमार्ग पर उस समय हुआ, जब एक गाड़ी आगे चल रहे वाहन से टकरा गई। हादसे में गाड़ी में सवार पांच लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। मृतकों की पहचान गुजरात के डॉ. प्रतीक, उनकी पत्नी हेतल, गुजरात में ही नर्सिंग अधिकारी पूजा व उनके पति कर्ण के रूप में हुई है। इसके अलावा हादसे में प्रतीक-हेतल की डेढ़ साल की बेटी की मौके पर ही मौत हो गई थी।
मार्च महीने में पाली जिले के सुमेरपुर क्षेत्र के नेशनल हाइवे 162 पर मवेशी को बचाने के फेर में एक कार असंतुलित होकर डिवाइडर पर चढ़कर दूसरी दिशा में जा रहे ट्रक से भिड़ गई। इस दर्दनाक हादसे में एक ही परिवार की दो बहनों सहित चार जनों की मौत हो गई। वहीं तीन गंभीर घायल हो गए थे। एक परिवार के सदस्य कार में सुमेरपुर से अपने घर कोसेलाव की तरफ जा रहे थे। नेतरा के समीप बीच राह मवेशी आ गया, जिसे बचाने के फेर में कार हाइवे के डिवाइडर पर चढ़ बोर्ड से टकराकर पलटी खा गई और गलत दिशा में जाकर ट्रक से भिड़ गई।
मार्च महीने में राजस्थान के नागौर जिले के डेगाना में बड़ा हादसा हुआ था। इस हादसे में 4 की मौत हो गई है। दरअसल बस का इंतजार कर रहे एक परिवार के ऊपर तेज रफ्तार कार पलटती हुई आकर गिर गई। इस वजह से 8 महीने की गर्भवती महिला, उसके पति, दो साल के बेटे और एक अन्य महिला की मौत हो गई है। मृतक का परिवार शादी समारोह में बर्तन साफ करने का काम करता था। मार्च महीने में ही जयपुर ग्रामीण के चंदवाजी थाना इलाके में दिल्ली-अजमेर एक्सप्रेस हाईवे पर दर्दनाक हादसा हुआ था। यहां एक ट्रेलर और कार में जबर्दस्त भिड़ंत हो गई थी। इस हादसे में कार सवार 3 महिलाओं समेत 4 लोगों की मौत हो गई। हादसे के शिकार हुए सभी लोग रिश्तेदार बताए गए थे।
जनवरी में प्रदेश के सीकर जिले में दर्दनाक सड़क हादसा हुआ था। यहां दो गाड़ियों में हुई भिड़ंत में 6 लोगों की मौत हो गई, जबकि 5 लोग घायल हो गए थे। टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों गाड़ियों के परखच्चे उड़ गए थे। हादसे के बाद स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत से शवों को गाड़ी से निकाला। हादसे में 5 की मौके पर ही मौत हो गई थी। वहीं बुरी तरह से घायल एक अन्य ने थोड़ी देर बाद दम तोड़ दिया था।
मार्च महीने में ही राजस्थान के कोटा के शंभूपुरा के नजदीक एक सड़क हादसे में राजस्थान पुलिस के एक अधिकारी की मौत हो गई थी। हादसे में एक अन्य महिला पुलिस अधिकारी भी गंभीर रूप से घायल हुई थी। दोनों चित्तौड़गढ़ से कोटा की तरफ एसयूवी गाड़ी से आ रहे थे। यह गाड़ी शंभूपुरा के नजदीक एक ट्रोले से टकरा गई थी। हादसे में एसयूवी पूरी तरह से चकनाचूर हो गई थी।
फरवरी महीने में बाड़मेर जैसलमेर के पूर्व सांसद मानवेन्द्रसिंह जसोल की पत्नी चित्रासिंह का सड़क हादसे में निधन हो गया था। ये हादसा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर हुआ था। हादसे में मानवेंद्र सिंह, उनका बेटा हमीर सिंह और ड्राइवर भी घायल हो गए थे। पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह अपने परिवार के सदस्यों के साथ दिल्ली से जयपुर लौट रहे थे। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे के बीच रास्ते में नौगांवा क्षेत्र के गांव खुशपुरी के पास उनकी कार अनियंत्रित होकर एक डिवाइडर से टकरा गई थी।