अपनी मूवी के बारे में रोजा कहती हैं कि मैंने स्कूल में भी शॉर्ट फिल्में बनाई हँ लेकिन मी टरटल मेरी पहली शॉर्ट डॉक्यमेंट्री है। जो एक डेनियल नाम के व्यक्ति की कहानी है जो एनवारमेंट के लिए काम करता है। जिसने मेक्सिको के वेराक्रूज में एक समुद्र तट में कछुओं को बचाने के लिए अपना जीवन समर्पित किया है।
वहीं भारत आगमन को लेकर उन्होंने कहा कि मैं हमेशा से इंडिया आना चाहती थी पर कभी मौका नहीं मिला। एेसे में जैसे ही जयपुर में मेरी फिल्म का सलेक्शन हुआ मैंने फैसला कर लिया कि मैं जयपुर जाऊँगी। ये पहला फिल्म फेस्टिवल है जिसमें मैं आई हूं।
भारतीय सिनेमा के बारे में रोजा कहती है कि भारतीय सिनेमा वास्तव में अन्य देश की फिल्मों से अलग है। जब आप एक भारतीय फिल्म देखते हैं तो आप तुरंत जानते हैं कि यह कहां से आया है, ये मुझे बहुत पसंद है। भारतीय सिनेमा यूनीक और अपनी जड़ों से जुड़ा हुआ है।
वहीं भारत आगमन को लेकर उन्होंने कहा कि मैं हमेशा से इंडिया आना चाहती थी पर कभी मौका नहीं मिला। एेसे में जैसे ही जयपुर में मेरी फिल्म का सलेक्शन हुआ मैंने फैसला कर लिया कि मैं जयपुर जाऊँगी। ये पहला फिल्म फेस्टिवल है जिसमें मैं आई हूं।
भारतीय सिनेमा के बारे में रोजा कहती है कि भारतीय सिनेमा वास्तव में अन्य देश की फिल्मों से अलग है। जब आप एक भारतीय फिल्म देखते हैं तो आप तुरंत जानते हैं कि यह कहां से आया है, ये मुझे बहुत पसंद है। भारतीय सिनेमा यूनीक और अपनी जड़ों से जुड़ा हुआ है।
मेक्सिकन सिनेमा के लिए रोजा का कहना है कि मेक्सिको में बहुतायत में कला फिल्में मौजूद हैं और सबसे ज्यादा हैं जिन्हें मैं सबसे ज्यादा पसंद करती हूं। मेरे अनुसार मेक्सिको में फिल्म मेकर्स वास्तव में अपनी कहानियों को बताना चाहते हैं और दर्शक ये सब फिल्म देखते हुए महसूस कर सकते हैं।
अपने पहले इंडिया और जयपुर विजिट को लेकर रोजा कहती हैं कि यहां की आर्ट एंड कल्चर और आर्किटेकचर बहुत अच्छी है। मैं चाहती हूँ की यहां एक बार फिर से आऊं। एक यंग फिल्म मेकर के रूप में अपने देश में किसी समस्या का सामने करने के सवाल के जवाब में उनका कहना है कि मुझे किसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ा लेकिन यह सच है कि महिलाएं अपने अधिकार के लिए रोज लड़ती हैं। जब रोजा को ये पूछा गया कि जयपुर के लिए आप किन तीन शब्दों का इस्तेमाल करना चाहेंगी तो उनका कहना था कि हॉट, वेलकमिंग और ब्यूटीफुल।
अपने पहले इंडिया और जयपुर विजिट को लेकर रोजा कहती हैं कि यहां की आर्ट एंड कल्चर और आर्किटेकचर बहुत अच्छी है। मैं चाहती हूँ की यहां एक बार फिर से आऊं। एक यंग फिल्म मेकर के रूप में अपने देश में किसी समस्या का सामने करने के सवाल के जवाब में उनका कहना है कि मुझे किसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ा लेकिन यह सच है कि महिलाएं अपने अधिकार के लिए रोज लड़ती हैं। जब रोजा को ये पूछा गया कि जयपुर के लिए आप किन तीन शब्दों का इस्तेमाल करना चाहेंगी तो उनका कहना था कि हॉट, वेलकमिंग और ब्यूटीफुल।