मंत्रिमंडल में चौंकाने वाले नाम आ सकते हैं। कांग्रेस के दिग्गज नेता मंत्रिमंडल से बाहर रखे जा सकते हैं। युवा और अनुभवी के गठजोड़ को देखते हुए आधे ऐसे नाम शामिल किए जा रहे हैं, जो पहली बार मंत्री बनेंगे। ऐसे बड़े नेताओं के नाम मंत्रिमंडल से साफ हो सकते हैं, जो धड़ेबंदी के बीच दोनों नेताओं के यहां हाजिरी लगा रहे थे। मंत्रिमंडल के नामों को रविवार को अंतिम रूप देने के साथ ही मंत्रियों को दिए जाने वाले विभागों पर भी दिल्ली में ही मंथन हो सकता है।
भरतपुर से कांग्रेस के सहयोगी दल से जीते सुभाष गर्ग भी मंत्रिमंडल में शामिल लिए जा सकते हैं। सीपी जोशी और बीडी कल्ला भी दौड़ में आगे चल रहे हैं। विश्वेन्द्र सिंह की भी इस बार लॉटरी लग सकती है। महिलाओं में शकुंतला रावत, ममता भूपेश और जाहिदा दौड़ में सबसे आगे हैं। अलवर से जितेंद्र सिंह के नजदीकी माने जाने वाले टीकाराम जूली भी कतार में हैं।
इन्हें मिल सकता मौका
शांति धारीवाल, प्रमोद जैन भाया, रमेश मीणा, महेन्द्रजीत सिंह मालवीय, प्रतापसिंह खाचरियावास, भंवरसिंह भाटी, हरीश चौधरी, लालचंद कटारिया, बृजेन्द्र सिंह ओला, गोविन्द सिंह डोटासरा, सुखराम विश्नोई, मास्टर भंवरलाल मेघवाल, भजनलाल जाटव, सालेह मोहम्मद, उदयलाल आंजना और रघु शर्मा।
दोपहर से देर रात तक बैठकों का दौर
नाम तय करने को लेकर दोपहर करीब साढ़े तीन बजे गहलोत और पायलट ने राहुल गांधी के साथ बैठक की। इसके बाद गहलोत ने अहमद पटेल से मुलाकात की। इससे पहले राजस्थान के प्रभारी अविनाश पांडे और पर्यवेक्षक केसी वेणुगोपाल ने गहलोत-पायलट के साथ बैठकें कीं। प्रभारी सचिव विवेक बंसल, देवेंद्र यादव, काजी निजामुद्दीन और तरुण कुमार से भी राय ली गई। देर रात राहुल ने फिर बैठक की।